रायगढ़।दरमियान रात दो मामले में मनोरोगी युवकों ने फांसी लगा ली। एक युवक ने पूजा घर के म्यांर में साड़ी का फंदा बना लिया तो दूसरे ने नदी किनारे पेड़ में झूलते हुए अपनी जान दे दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली घटना खरसिया थाना क्षेत्र की है। छोटे मुड़पार में रहने वाले सहस राम सिदार के 22 वर्षीय बसंत की मानसिक हालत सही नहीं होने पर वह कभी घर का सामान फेंकता तो गली में घूमते रहता। सिदार परिवार झाडफ़ूंक से ही उसका इलाज कराते थे। शनिवार रात परिजनों के साथ खाना खाने वाले बसन्त ने घर के पूजा कक्ष में साड़ी का फंदा बनाते हुए झूलकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। फांसी पर युवक की लटकती लाश मिलने से सनसनी फैल गया इसकी जानकारी खरसिया थाना प्रभारी को मिलते उपनिरीक्षक अमिताभ खांडेकर को घटना स्थल का जायजा लेते हुए परिजनों का बयान लेने भेजे , एस आई अमिताभ खांडेकर घटना का विस्तृत जानकारी लेते हुए, शव को पोस्टमार्टम के लिए खरसिया अस्पताल भेजवाया।
इसी तरह दूसरा मामला लैलूंगा का है। शांति नगर स्कूल के सामने रहने वाले अविनाश पिता गंगेश्वर पटेल (23 वर्ष) की लाश को रविवार सुबह नदी किनारे एक पेड़ में बंधे रस्सी के फंदे पर सन्दिग्ध परिस्थितियों में झूलते देख लोग स्तब्ध रह गए। बताया जाता है कि खेती किसानी करने वाला अविनाश लॉक डाऊन के दौरान इस कदर परेशान हुआ कि उसकी मानसिक हालत बिगड़ गई थी।
बहरहाल,दोनों घटनाओं की सूचना पर खरसिया और लैलूंगा पुलिस मर्ग कायमी के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।