भूख-प्यास ने भालुओं को बनाया बेकाबू, गांव में दहशत का माहौल!
मरवाही। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पेंड्रा और आसपास के इलाकों में भालुओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। भोजन और पानी की तलाश में जंगली भालू अब सीधे गांवों का रुख कर रहे हैं। ताजा मामला पिपरिया गांव का है, जहां तीन भालू आबादी क्षेत्र में घुस आए। स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने उन्हें खदेड़ कर जंगल की ओर भगाया।
महज एक दिन पहले दानीकुंडी गांव की मुख्य सड़क पर भी एक भालू देखा गया था, जिससे यातायात ठप हो गया था। जंगलों में लगी आग और संसाधनों की कमी ने इन जानवरों को इंसानी बस्तियों की ओर धकेल दिया है।
वहीं दूसरी ओर, भालुओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए करोड़ों की लागत से शुरू की गई ‘जामवंत परियोजना’ पूरी तरह फेल होती नजर आ रही है। मरवाही वनमंडल में करीब 7 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद भालुओं की स्थिति बद से बदतर हो रही है।
प्रशासन और वन विभाग की लापरवाही अब आम जनता पर भारी पड़ रही है। सवाल ये उठता है कि क्या अब इंसानी जान-माल की सुरक्षा भगवान भरोसे है?



