खरसिया

ढल गया खरसिया की पत्रकारिता का एक युग…

ढल गया खरसिया की पत्रकारिता का एक युग…

✍प्रवीण चतुर्वेदी की कलम से…

सादर समर्पित श्रद्धा-शब्द-सुमन

वरिष्ठ पत्रकार और अग्र समाज के वरिष्ठ नागरिक गणेश राम अग्रवाल के आकस्मिक निधन से खरसिया शहर ने आज एक अनमोल हीरा खो दिया है। उनके यूँ अचानक चले जाने से पत्रकारिता के एक युग का अंत हो गया है। आज भले ही वे हमारे मध्य नहीं हैं पर उन्होंने अपने मधुर व्यवहार से अपने जीवनकाल में इतने लोग कमा लिए हैं कि उनका नाम हमेशा ही पूरे सम्मान के साथ लिया जाएगा।

अंचल में ऐसे अनेक कलमकार रहे हैं जिनकी लेखनी का लोहा लोग आज भी मानते हैं। ऐसे वरिष्ठ पत्रकारों की फेहरिस्त में एक नाम शहर के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार गणेश राम अग्रवाल का भी रहा है जिनका नाम अब तक पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़े ही अदब से लिया जाता था और उनके जाने के बाद भी लिया जाएगा। वे कई दशकों तक अनेक अखबारों के लिए लिखते हुए एक निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकार के रूप में जाने जाते थे।उनकी कलम हमेशा ही हर मुद्दों पर बहुत बेबाकी से चलती थी। मुद्दा चाहे राजनीतिक हो, सामाजिक हो या धार्मिक हो, हर मामले में उनकी कलम निष्पक्षता के साथ चलती थी। उन्होंने कलम का हमेशा ही सदुपयोग ही किया, कभी भी उनकी कलम ना डरी और ना ही बिकी। उनकी कलम किसी तलवार से कम नहीं थी और उसी के सहारे उन्होंने अनेक ज्वलंत मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात भी रखी।

खरसिया के दिग्गज राजनेता द्वय भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे स्व लखीराम अग्रवाल और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके शहीद नन्दकुमार पटेल न केवल उनकी लेखनी के मुरीद थे बल्कि एक पत्रकार के रूप में वे उनका सम्मान करते हुए अनेक मामलों में उनसे सलाह भी लिया करते थे क्योंकि गणेश राम अग्रवाल निष्पक्ष पत्रकारिता करते थे और सही को सही, गलत को गलत कहने का माद्दा रखते थे।

उन्होंने कई दशकों तक पत्रकारिता की पर कभी भी उनका किसी के साथ विवाद नहीं हुआ क्योंकि वे एक जिम्मेदार पत्रकार होने के साथ ही एक सुलझे हुए इंसान थे और अपने सरल और मृदुभाषी स्वभाव से सबका दिल जीत लेते थे। आज से लगभग 18-20 वर्ष पहले जब मैंने पत्रकारिता का ककहरा सीखना शुरू किया था तब मैं उनके सम्पर्क में आया और उनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। समाचार लेखन की अनेक बारीकियों से उन्होंने मुझे रूबरू कराया और जब तक मैं इस क्षेत्र में रहा तब तक उन्होंने मेरा पूरा मार्गदर्शन और सहयोग किया और एक अभिभावक के रूप में मुझे अभी तक लगातार उनका मार्गदर्शन मिल रहा था। कुछ दिनों पहले ही उनसे अनेक मुद्दों पर लम्बी चर्चा हुई थी पर तब मुझे जरा भी अहसास नहीं हुआ था कि मेरी उनसे यह आखरी मुलाकात होगी।

आज खरसिया अंचल का यह अनमोल हीरा सदा के लिए हमें छोड़कर चला गया। गणेश राम अग्रवाल के असामयिक निधन का समाचार सुनकर बाकी सभी लोगों की तरह मैं भी स्तब्ध रह गया। आज भले ही वे हमारे बीच नहीं हैं पर उनकी यादें सदैव हमारे साथ रहेंगी और उनका नाम सदा-सदा के लिए अमर हो गया है।

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Gopal Krishna Naik

Editor in Chief Naik News Agency Group

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