बारदाने का अभाव धान खरीदी को कर सकता है प्रभावित
पीडीएस संचालक भुगतान के अभाव में बारदाना देने से कतरा रहे
रायगढ़ ।आगामी सीजन में बारदाना का अभाव धान खरीदी को प्रभावित कर सकता है, भुगतान के अभाव में पीडीएस संचालक बारदाना देने से कतरा रहे हैं जिसके कारण अब तक महज डेढ़ लाख बारदाना ही एकत्र हो पाया है।
विदित हो कि धान खरीदी शुरू होने के कुछ माह पूर्व से ही पीडीएस दुकानों के बारदाना को बाजार में विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। प्रतिबंध लगने के बाद उक्त बारदाना सेवा सहकारी समितियों में जाता है, लेकिन पिछले दो वर्षों से भुगतान की स्थिति काफी दयनीय है। किसी के 2022-23 का भुगतान लटका हुआ है तो किसी का 2021-22 का भुगतान लटका हुआ है। पीडीएस संचालकों द्वारा बारदाने के भुगतान को लेकर कई बार पत्र व्यवहार भी किया गया है, लेकिन जब मार्कफेड में धान खरीदी का सीजन शुरू होता है तब कार्य शुरू किया जाता है। यही कारण है कि लंबित भुगतान को लेकर इस बार फिर से पीडीएस संचालक बारदाना देने से कतरा रहे हैं। जिसका असर खरीदी में दिख सकता है। धान खरीदी के लिए अब नया बारदाना काफी कम मात्रा में आता है, जिसके कारण शासन ने 60-40 प्रतिशत के अनुपात में धान खरीदी करने का आदेश जारी की है। बारदाना नहीं पहुंची तो खरीदी प्रभावित हो सकती है।
1 नवंबर से होगी खरीदी
प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू होगी, इस बार 15 के बजाए 20 क्विंटल खरीदी की बात सामने आ रही है। ऐसी स्थिति में बारदाना की डिमांड भी बढ़ेगी, लेकिन इतने कम समय में करीब 10 लाख बारदाना कैसे एकत्र होगा इसको लेकर सवाल उठ रहा है।
12 लाख का है लक्ष्य
इस बार जिले में पीडीएस दुकानों से 11 लाख 83 हजार 753 बारदाना एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है इसकी तुलना में देखा जाए तो अब तक की स्थिति में शहरी क्षेत्र के दुकानों से 1 लाख 160 और ग्रामीण क्षेत्र के दुकानों से 54 हजार 376 बारदाना ही सेवा सहकारी समितियों तक पहुंच पाया है।