रायगढ़।प्रदेश स्तर में मार्कफेड में ईडी की जांच शुरू होने के बाद अब आईटी ने भी खंगालने का काम शुरू कर दिया है। जिला विपणन विभाग मार्कफेड को आईटी ने कस्टम मिलिंग के लिए अनुबंधित सभी मिलरों के पैन कार्ड के साथ कस्टम मिलिंग की जानकारी मांगी है।
खनिज विभाग में गब्बर टैक्स और डीएमएफ की जांच करने के बाद ईडी ने मार्कफेड की भी जांच शुरू कर दी है। कुछ समय पूर्व प्रदेश स्तर पर मार्कफेड के कुछ बड़े अधिकारियों के यहां ईडी ने दबिश देकर जांच की थी। उक्त जांच की रिपोर्ट अभी सामने नहीं आई है, अब मार्कफेड भी मार्कफेड में जांच शुरू कर दी है।
02 साल पिछले की मांगी गई जानकारी
विदित हो कि पिछले सत्र का अब तक न तो पूरा चावल जमा हुआ है न ही मिलरों को बिलों का भुगतान हुआ है, ऐसी स्थिति में आईटी ने वित्तीय वर्ष 2021-22के आधार पर उक्त जानकारी मांगी है।
अधिकारियों व मिलरों के छूटने लगे पसीने
आईटी के उक्त जानकारी मांगने के बाद मार्कफेड सहित मिलरों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। हांलाकि मांगी गई जानकारी के आधार पर मार्कफेड के अधिकारी जानकारी तैयार करने में लगे हुए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश करीब आधा दर्जन से अधिक जिलों में मार्कफेड में आईटी ने जानकारी मांगी है जिसमें रायगढ़ जिले का नाम भी शामिल है। आईटी ने बकायदा एक फार्मेट जिला विपणन अधिकारियों को भेजा है जिसमें अनुबंधित मिलर के नाम अनुबंध की तिथी,कस्टम मिलिंग के लिए जारी आदेश,कितना कस्टम मिलिंग किया गया, कितने का बिल लगाया गया और कितने का भुगतान हुआ है, उक्त सभी जानकारी मांगी गई है। हांलाकि आईटी के उक्त पत्र को लेकर अधिकारिक रूप से कोई भी पुष्टी नहीं कर रहा है।