खरसिया के छोटे दिल्ली में सरकारी ताला तोड़ स्कूल भवन पर अवैध कब्जा

सरकारी ताला तोड़ स्कूल भवन पर अवैध कब्जा
शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में सरकारी भर्राशाही व प्रशासन में ठेकेदारों का किस कदर हस्तक्षेप बढ़ चुका है देखना हो तो छाल थाना क्षेत्र बरभौना आ जाये।

यहां पिछले कुछ समय से शासकीय सम्पत्ति पर भारी मनमानी व भ्रष्टाचार सामने आए दिन अखबारों का सुर्खियों में ….

स्थिति इतनी गम्भीर है कि शिक्षा के मंदिर को बिना किसी प्रक्रिया या मापदंडों का पालन किए खरसिया के ठेकेदार ने सरकारी ताला तोड़ अवैध कब्ज़ा कर अपने कामगारों का स्थाई अशियाना बना लिया है।

खरसिया विकास खण्ड के शिक्षा विभाग के जिम्मेदार स्कूल भवन पर अवैध कब्ज़ा की बात पर ना नूकूर करते रहे

जिससे एक तरफ जहां बच्चों को इस परिसर में कोरोना काल के वजह से शिक्षा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं लोगों का आरोप है कि इन अवैध कब्जाधारी को प्रशासनिक, राजनैतिक संरक्षण होने के चलते विभाग के अधिकारी अनजान बने बैठे हैं।

लोगों का कहना है कि शासकीय ताला तोड़कर कोई आम व्यक्ति यदि शासकीय संपत्ति भवन पर ऐसा अवैध कब्जा करता तो उसके खिलाफ तुरंत पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई जाती लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं किया गया है।
हाँ हमारे कामगार बरभौना स्कूल पर रहते हैं मै अभी आपसे बात नहीं कर पाऊगा व्यस्त हुं कल बात करते हैं-शुभम गर्ग खरसिया
बरभौना में शिक्षक हुं प्राचार्य का स्वास्थ्य सही नहीं होने के वजह से आना जाना कोरोना काल में कम है। ग्राम पंचायत के रहवासियों के राजनैतिक रसूकदारों के आगे हम शिक्षक नतमस्तक है ठेकेदार को हम नहीं पहचानते हैं जबरन सरकारी ताला तोड़ अवैध कब्ज़ा कर लिया है छाल थाना को सूचना नही दिए है और नम्बर भी नहीं है ,मौखिक जानकारी खण्ड शिक्षा अधिकारी को जानकारी दिया गया था।
महेश्वर राठौर शिक्षक बरभौना




