खरसिया।नागपुर-झारसुगड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन बिछाई जानी है। पाइपलाइन बिछाने के लिए गेल इंडिया लिमिटेड किसानों की जमीन ले रही है। जमीन में गड्ढा खोद कर पाइपलाइन डाले जाने पर किसानों में रोष है। आरोप है कि अधिग्रहण से अन्य भूमि पर और मुआवजा आकलन सही तरह से नहीं किया जा रहा है।
राज्य शासन ने पेट्रोलियम मंत्रालय से जुड़ी गेल इंडिया और किसानों के बीच तालमेल या विवाद के निराकरण के लिए एक कमेटी बनाई है। ज्वाइंट कलेक्टर स्तर अधिकारी को नियुक्त किया है। इसके अलावा रिटायर्ड तहसीलदार और पटवारियों को भी रखा है। खरसिया ब्लॉक के 47 गांवों में यह पाइपलाइन बिछाई जानी है।
जिले में अभी 65 किलोमीटर पाइपलाइन शुरुआती चरण बिछाई जानी है। हालांकि बाद में गैस पाइलाइन बिछाने का एक्सटेंशन भी होगा। रायगढ़ ब्लॉक के ननसिया, पटेलपाली, धनागर सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों में किसानों को आपत्तियां लगा दिया है, इन इलाकों से ही गैस पाइपलाइन हो करके गुजर आ रही है।
कनमुरा में मनमाना कर रहे जिम्मेदार
लक्ष्मी नारायण पटेल पिता दासरथी, निवासी ग्राम कनमुरा, तहसील खरसिया, जिला रायगढ़ (छ.ग.) द्वारा अपने हक अधिकार एवं स्वामित्व कि भूमि ग्राम कनमुरा, प.ह.न. 33, तहसील खरसिया, जिला रायगढ़ (छ.ग.) में स्थित कृषि भूमि को आवासीय प्रयोजानार्थ व्यपवर्तित किया गया है।
गेल इंडिया लिमिटेड के जिम्मेदार गैस पाइपलाइन के लिए माण्ड नदी के पास कनमुरा में अधिग्रहण के लिए सूचना दिए खसरा रकबा से अन्य खसरा रकबा में चिन्हांकित करते खनन को तैयार हैं। जिससे तत्काल रोक लगाए जाने की मांग करते दिखे कनमुरा के किसान…