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होम आइसोलेटेड मरीजों की देखभाल में रायगढ़ जिला प्रदेश में दूसरे पायदान में

कलेक्टर भीम सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग कर रहा उम्दा काम

रायगढ़ । होम आइसोलेटेड कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल में रायगढ़ जिले की व्यवस्थाओं को पूरे प्रदेश में दूसरी रैंकिंग मिली है। मरीजों से मिले फीडबैक के आधार पर यह रैंकिंग तैयार की गयी है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 19 से 23 अक्टूबर तक राज्य स्तरीय टेलीफोनिक सर्वे करवाया गया। जिसमें कोविड गाइडलाइन्स के अनुसार जिले में की गयी व्यवस्थाओं के संबंध में 11 बिंदुओं पर जानकारी सीधे मरीजों से ली गयी। सर्वे के अनुसार 88 प्रतिशत के स्कोर के साथ रायगढ़ जिला पूरे राज्य में दूसरे पायदान पर है।

कलेक्टर भीम सिंह ने संभाल रखी है कमान
कलेक्टर  भीम सिंह ने कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए जिले में आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था के लिए कमान खुद संभाल रखी है। वे प्रत्येक सप्ताह स्वास्थ्य विभाग और कोविड का उपचार कर रहे अस्पताल संचालकों की बैठक लेकर बीते 1 हफ्ते के दौरान जिले में कोरोना की क्या स्थिति रही उसकी समीक्षा करते हैं। जिसमें संक्रमण की स्थिति, टेस्टिंग, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर विकास तथा मैन पॉवर के साथ चिकित्सा उपकरण और संसाधनों की उपलब्धता, प्रशासनिक मॉनिटरिंग की व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा कर निष्कर्षों के आधार पर आगे की रणनीति तैयार कर उस पर अमल करने की रुपरेखा तैयार की जाती है।

तीन टीमें संभालती हैं होम आइसोलेशन अलॉटमेंट का काम
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की देखभाल के लिए एक पूरा सेटअप तैयार किया गया। जिसका नोडल डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी को बनाया गया। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद मरीज को होम आइसोलेशन उपलब्ध करवाने का पूरा काम व्यवस्थित तरीके से किया जाता है। इसके लिए तीन अलग-अलग टीम लगायी गयी। पहली टीम टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद मरीजों को कॉल कर किस मरीज को होम आइसोलेशन में रहना है यह जानकारी इक_ी करती है। दूसरी टीम कांटेक्ट ट्रेसिंग के तहत होम आइसोलेशन का आप्शन चुने मरीजों के घर का जाकर उसका मुआयना कर यह देखती है कि मरीज का घर होम आइसोलेशन के लिए उपयुक्त है या नहीं। सब कुछ सही होने पर होम आइसोलेशन के लिए सारे फॉर्म भरकर, मरीज से सहमति पात्र लेते हुए उन्हें सभी आवश्यक जानकारी देती है, तीसरी टीम होम आइसोलेटेड मरीजों को दवाई उपलब्ध करवाने का कार्य करती है।

मरीजों का रोजाना होता है डबल फॉलो अप
होम आइसोलेशन के मरीजों के डबल फॉलो अप की व्यवस्था बनाई गयी है। पहला होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को एक डॉक्टर अलाट किया जाता है। जो नियमित कॉल कर उनकी स्वास्थ्य के अपडेट लेता है। इसके अलावा होम आइसोलेशन सेल से भी फोन कर सभी मरीजों से नियमित फॉलो अप किया जाता है। जिसमें उनसे ऑक्सीजन सेचुरेशन, टेम्परेचर रीडिंग की जानकारी ली जाती है। मरीजों के लिये आपात कालीन सुविधा हेतु 24&7 काल सेंटर बनाया भी गया है, जिसमें तीन शिफ्ट में डॉक्टर्स तैनात रहते हैं। जिले में अब तक 5041 मरीज कोरोना संक्रमण से ठीक होकर होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज हो चुके हैं।

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