रायगढ़ । विगत 20 मार्च को थाना तमनार अंतर्गत पालीघाट सेल्फी प्वाइंट के पास दो ट्रेलर ड्राइवरों की लाश आरोपियों द्वारा अपराध को छिपाने और लाश को ढिकाने लगाने के उद्देश्य से फेंका गया था । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायगढ़ श्री सदानंद कुमार के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा 48 घंटे के भीतर शवों की शिनाख्त कर ट्रेलर ड्रायवरों की हत्या करने वाले तीन आरोपियों समेत हत्या और लूटपाट की साजिश में उनके सहयोगी रहे दो अन्य आरोपियों समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर डबल ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया गया था।
फरार आरोपी अजय यादव, नंदू लहरे, जयनंद साहू की पतासाजी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार द्वारा जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों और थाना/चौकी प्रभारियों को उनके इलाके में पतासाजी का निर्देश दिया गया है । इसी बीच कल धरमजयगढ़ क्षेत्र में फरार आरोपी अजय यादव के देखे जाने के ह्यूमन हिंट पर एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के द्वारा साइबर सेल की टीम से तस्दीक कराया गया । आरोपी अजय यादव का धरमजयगढ़ क्षेत्र में होने की जानकारी पुख्ता होने पर थाना धरमजयगढ़, तमनार और साइबर सेल की संयुक्त टीम द्वारा लोकेशन पर दबिश दिया गया । इस दौरान आरोपी अजय यादव धरमजयगढ़ के एक होटल में नाश्ता करते समय मिला जिसे पुलिस धर दबोची और पूछताछ के लिये तमनार लेकर आयी । आरोपी अजय यादव ने अपने साथियों के साथ इस जघन्य हत्याकांड में शामिल होना कबूल किया है । आरोपी के मेमोरेंडम पर घटना समय पहने पकड़े तथा इस्तेमाल किए गए मोबाइल जिसका सिम आरोपी ने निकालकर फेंक दिया है, दोनों साक्ष्य आरोपी के निशानदेही पर जप्त किया गया है । आरोपी अजय यादव पिता शिवराज यादव उम्र 37 साल निवासी ग्राम कुरूंभांठा थाना भूपदेवपुर, हाल मुकाम संस्कार स्कूल के पास थाना जूटमिल बताया कि वर्ष 2012 से ड्राइवरी कर रहा है। मनोज साहू, अजय साहू को जानता पहचानता है, उनके घर भी आना जाना था । 14 मार्च को अपने साथी मनोज साहू, आकाश कहरा, अजय साव के साथ मिलकर चारों ट्रेलर लूटपाट कर जैनुल के के माध्यम से खपाने की योजना आकाश कहरा के घर में बनाए थे। आरोपी अजय आज तमनार पुलिस मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड लेने कोर्ट पेश किया गया है। थाना तमनार, धरमजयगढ़ और साइबर सेल की संयुक्त कार्यवाही में फरार आरोपी अजय यादव को गिरफ्तार करने में थाना धरमजयगढ़ के प्रधान आरक्षक लक्ष्मी कैवर्त और थाना जूटमिल के आरक्षक विकास सिंह की सराहनीय भूमिका रही है ।
एसएसपी सदानंद कुमार के कुशल नेतृत्व में इस दोहरे अंधे कत्ल में आरोपियों की शीघ्र पतासाजी, गिरफ्तारी में जिले के एडिशनल एसपी संजय महादेवा, एसडीओपी खरसिया निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के नेतृत्व में बनाई गई पांच थानों और सायबर सेल की संयुक्त टीम द्वारा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया । अपराध खुलासे की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मृतक के परिजनों को प्राप्त होने पर मृतक प्रवीण ओझा के भाई सर्वेन्द्र ओझा (उत्तर प्रदेश) द्वारा ट्विटर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ पुलिस और रायगढ़ पुलिस का आभार व्यक्त किया गया है । वहीं एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के नेतृत्व में शेष फरार दो आरोपियों के संबंध में थाना तमनार एवं साइबर सेल की टीम जानकारी जुटाकर दबिश दी जा रही है।