रायगढ़। दिनांक 24.04.2021 को 100 विस्तरीय डेडीकेट कोविड अस्पताल एमसीएच रायगढ़ कोविड-19 धनात्मक मरीज श्रीमती चंद्र लता नायडू निवासी केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड के परिजनों द्वारा अस्पताल के डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ के साथ गाली गलौज, धक्का मुक्की कर मारपीट पर उतारू होकर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न किया गया था । घटना को लेकर थाना चक्रधरनगर में दिनांक 25/04/2021 को सहायक अस्पताल अधीक्षक डॉ0 हरिश उरांव द्वारा आवेदन दिया गया था । आवेदन पर मरीज चंद्र लता नायडू के परीजन प्रवीण भयानी, वैंकेटेश राव तथा नीलम भयावी पर अप.क्र. 266/2021 धारा 186,353, 269,270, 294, 427, 34 IPC पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । मौके पर मौजूद अन्य व्यक्तियों का नाम पता नहीं चला, नीलम भयानी स्वयं को नर्सिंग की छात्रा बता रही थी, जिसे गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक दिनांक 13/04/21 को केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड निवासी चंद्र लता नायडू की जांच पर कोविड-19 धनात्मक पाए जाने से 100 विस्तरीय अस्पताल में भर्ती कर उपचार चल रहा था । दिनांक 24/04/21 को प्रातः 7:45 बजे उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई, उसकी मृत्यु कोविड-19 से हुई थी जो मृतिका की मृत्यु के संबंध में एवं शव को नियमानुसार सुपुर्द के लिये परिजनों को सूचना दिया गया था । सुबह करीब 9:30 बजे मृतक के परिजन अस्पताल पहुंचे जिसमें एक महिला नर्सिंग की छात्रा होना बता रही थी । चंद्रकला नायडू की मृत्यु को लेकर उसके परिजन आक्रोशित होकर डॉक्टर्स एवं मेडिकल स्टाफ को गाली गलौज देते हुये जबरन मृतिका के शव बाडी बैग को खोल कर देखने लगे, जानते हुए कि कोरोना संक्रमित बिमारी से उसकी मौत हुई है और उनके ऐसा करने से संक्रमण का फैलाना संभाव्य है । विवेचना दरम्यान आरोपिया नीलम भयानी पिता मुकेश भयानी उम्र 23 वर्ष निवासी केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड के पीछे शिवानगर थाना कोतवाली को चक्रधरनगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है । शेष दो आरोपी गिरफ्तारी के भय से फरार हैं, जिनकी पतासाजी के लिए चक्रधरनगर पुलिस द्वारा मुखबीर लगाये गए हैं।