130 की स्पीड से पटरियों दौड़ेगी ट्रेन… रेलवे की टीम ने भाटापारा से दुर्ग रेलवे स्टेशन तक किया सर्वे… अगले माह से बढ़ जाएगी ट्रेन की गति
रायपुर. बिलासपुर से नागपुर तक ट्रेनों को 130 की स्पीड से चलाना है। ट्रेन की गति अगले माह से बढ़ जाएगी। यात्रियों का यातायात सुगम रहे इसलिए रेलवे की टीम ने भाटापारा से दुर्ग रेलवे स्टेशन तक सर्वे किया है। इसमें भिलाई, भिलाई पावर हाउस और भिलाई नगर और उरकुरा रेलवे स्टेशन के आस-पास सबसे ज्यादा लोग पटरी क्रास करते हैं।
रेलवे पिछले चार सालों से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर ही काम कर रहा है। ताकि ट्रेनों का परिचालन 130 किमी प्रति घंटा की जा सके। काम की गति धीमी होने के कारण ट्रैक मरम्मत का काम निर्धारित अवधि में पूरा नहीं हो पाया। कोरोना का संक्रमण बढ़ने पर भी काम को रोकना पड़ गया था। अब रायपुर रेलवे मंडल ने ट्रैक की मरम्मत का काम पूरा कर लिया है।
ट्रेन की स्पीड को बढ़ाने के लिए मुख्यालय से हरी झंडी मिल गई है। उसके बाद रेलवे ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए रेलवे आटोमैटिक सिग्नल लगाने जा रहा है। आटोमैटिक सिग्नल होने के बाद लोको पायलट को दूर से ही पता चल जाएगा कि सिग्नल रेड है, जिससे वह ट्रेन की गति कम कर सकेगा।
रायपुर मंडल से बनकर जाने वाली ट्रेनों के कोच को एलएचवी कोच में परिवर्तित कर दिया है। रायपुर-बिलासपुर मुख्य हावड़ा-मुंबई रेल लाइन पर है। इस रूट में गोंदिया से झारसुगड़ा तक का क्षेत्र बिलासपुर जोन के अंतर्गत है, इसलिए जोन के तीनों रेल मंडलों को ये जिम्मेदारी दी गई है कि रेल पटरी के दोनों तरफ के खुले हिस्सों को फेंसिंग से बंद करें।
ताकि मवेशी इधर-उधर से रेल पटरी में न घुस सकें। ट्रेनों की स्पीड में सबसे बड़ा खतरा मवेशी हैं। फेंसिंग की ऊंचाई कितनी होगी, यह अभी तय नहीं है। रायपुर मंडल में पटरियों के किनारे फेंसिंग करना है, जिससे पटरी पर मवेशी प्रवेश ना कर सकें। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है, जल्द ही इसे लगाने का काम किया जाएगा।
विपिन वैष्णव, सीनियर डीसीएम रायपुर रेलवे मंडल