रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बलवीर जुनेजा इनडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शुभारंभ किया। इस दौरान वनमंत्री मोहम्मद अकबर, खेल मंत्री उमेश पटेल, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर उपस्थित थे। बता दें कि आज से 6 जनवरी 2023 तक राज्य में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। पारंपरिक ऑफ ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने यह छत्तीसगढ़ सरकार की अभिनव पहल है।
ओलंपिक में दलीय एवं एकल श्रेणी में 14 तरह के पारम्पिक खेल शामिल है. गिल्ली डंडा, पिट्टूल, लंगड़ी दौड़, बांटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा की प्रतियोगिता होगी। छह स्तरों में आयोजन होंगे। महिला व पुरुष के अलग वर्ग होंगे। जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के प्रतिभागी बनेंगे
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों को भी तवज्जो देने और लोगों में खेल के प्रति जागरूकता लाने के लिए शुरू किए गए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के आयोजन से ग्रामीण अंचलों का खेल अब गांवों से निकलकर शहरों तक पहुंचेगा। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरूआत राजीव युवा मितान क्लब स्तर से शुरू होगी।
इसके बाद जोन स्तर, फिर विकासखंड, नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इस प्रतियोगिता में युवा से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हो सकते हैं। यह प्रतियोगिता 6 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 6 जनवरी 2023 तक होगी।
पुरूषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग स्पर्धा के साथ ही टीम एवं एकल स्तर पर प्रतियोगिताएं होगी। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में पारम्परिक खेल प्रतियोगिताएं दो श्रेणी में होंगी। इसमें दलीय श्रेणी गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं।
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वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ एवं लम्बी कूद शामिल है।