रायगढ़। छत्तीसगढ़ शासन की शिक्षा को जन-जन व हर विद्यार्थियों तक पहुंचाने की मुहिम को सफल बनाने में शिक्षकों, बच्चों के साथ-साथ समाज व समुदाय की भागीदारी व भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है।
शासन-प्रशासन,शिक्षक, समुदाय व छात्र छात्राओं की सक्रिय भागीदारी व साझे प्रयास से सफल हो रही पढ़ई तुंहर दुआर ऑनलाइन शिक्षा मुहिम में रायगढ़ जिले की हायर सेकेण्डरी लारीपानी की कक्षा 12 वी की छात्रा कुमारी अंजू सारथी ने शिक्षक सारथी बन स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट में हमारे नायक के रूप में स्थान अर्जित किया है। नेटवर्क की समस्या के निदान व समाधनात्मक उपचार,पढ़ई तुंहर पारा एवं मोहल्ला गुरुजी जैसे वैकल्पिक शिक्षा मॉडल्स से प्रेरित होकर कुमारी अंजू सारथी ने अपनी सहेली तुलेश्वरी राठिया के साथ मिलकर 1 अगस्त 2020 से मोहल्ला कक्षा की शुरुआत की थी और वर्तमान में अब इनके मोहल्ला कक्षा में 20 से 25 विद्यार्थियों के जुडऩे के साथ अंजू सारथी अपने इस प्रयास को और आगे ले जा रही है।
विषम परिस्थितियों में अंजू सारथी के इन्ही प्रयासों के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने इन्हें शिक्षक सारथी की भूमिका के लिए हमारे नायक के रूप में चयनित किया है। अंजू सारथी भविष्य में एक शिक्षिका बनना चाहती हैं। अंजू सारथी द्वारा कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए मोहल्ला कक्षा के माध्यम से सफलता पूर्वक शिक्षक सारथी के रूप में शिक्षकीय कार्यो की भूमिका प्रशंसनीय है।
क्या कहती हैं अंजू सारथी
अंजू सारथी का कहना है कि मेरी प्रेरणा स्त्रोत शिक्षिका बिंदु सारथी हैं। कोरोना वैश्विक महामारी के इस संकट काल में मुझे विद्यार्थियों को शिक्षित करने का एक अवसर प्राप्त हुआ और मैने विद्यार्थियों को पढ़ाना शुरू किया। मुझे खुशी है कि मोहल्ला क्लास में अब 20 से 25 बच्चे तक जुड़ते हैं।