मुकेश लहरें @खरसिया। विकासखंड के ग्राम गाड़ाबोरदी निवासी डोरीलाल सतनामी मानसिक रूप से विक्षिप्त है, जो आज से 20 साल पहले अपने घर से कही चला गया था।
जिसको स्नेहालय साइको सोशल रिहैबिलिटेशन सेंटर, केरला से जारी एक वीडियो में परिजनों ने देखा, तब परिजनों ने गांव के ही सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र गबेल, दिनेश गबेल (नावापारा) से संपर्क किया। जिन्होंने इसकी जानकारी मंत्री उमेश पटेल को दी।
मंत्री उमेश पटेल ने तत्काल मामले में सभी विभागीय प्रक्रिया को पूर्ण कर, डोरीलाल सतनामी को वापस लाने निर्देश दिया। मंत्री के निर्देश पर एक टीम गठित की गई, जिसमे आरक्षक थाना खरसिया – योगेश साहू, हीरामणी पाटले, पटवारी – पीताम्बर जायसवाल, विनय पटेल, डोरीलाल सतनामी के परिजन – मेलाराम सतनामी (भाई), जोइधा सिंह गबेल (गौटिया) केरल के लिए 4 जुलाई को रवाना हुए। जहां वे रात्रि 6 जुलाई को पहुंचे।
अगले दिन 7 जुलाई को वहां की प्रक्रिया पूरी कर 9 जुलाई को वापस खरसिया पहुंचे, जहां से अपने गृह ग्राम गाड़ाबोरदी पहुंचकर, नम आंखों से उनके परिजन उनसे मिले। वर्षों से बिछड़े अपने को मिलते देख परिजनों के साथ ग्रामीणों की भी आंखें नम हो उठी।
वही परिजनों ने इस पुनीत कार्य के लिए उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल , राजेन्द्र गबेल (सामाजिक कार्यकर्ता), आरक्षक थाना खरसिया – योगेश साहू, हीरामणी पाटले, पीताम्बर जायसवाल, विनय पटेल, जोइधा सिंह गबेल (गौटिया), मोहन सिंह गभेल गौटिया, रवीदास महंत तथा
अन्य प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।