छत्तीसगढ़
मौसी के घर से मंदिर लौटे जगन्नाथ स्वामी

खरसिया। भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा का शुभारंभ आषाढ़ शुक्ल पक्ष दतिया को हुआ था। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का समापन बाहुड़ा यात्रा से होता है। इस यात्रा से भगवान वापस अपने मंदिर में लौटते हैं।
पूरे विधि विधान से गुप्ता परिवार ने 7 दिनों तक भगवान जगन्नाथ की सेवा की वहीं आषाढ़ मास के शुक्लपक्ष की दसवीं तिथि को भगवान जगन्नाथ पुन: मंदिर की ओर लौटे। जगन्नाथ मंदिर से शुरू हुई यात्रा गुंडिचा मंदिर पहुंचती है। गुंडिचा मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा सात दिनों तक विश्राम करते हैं। इस मंदिर में भगवान के दर्शन आड़प दर्शन कहलाते हैं।




