
आजकल अपराधी लोगों को ठगने के लिए नए नए तरीके अपनाते रहते हैं। उन्हीं तरीकों में से एक नया तरीका अपराधियों द्वारा अपनाया गया है जिसके बारे में आप सब को जानना एवं सचेत रहना जरूरी है । इस नए तरीके में अपराधी लोग किसी व्यक्ति को एनजीओ या अन्य जगह नौकरी दिलवाने या कोई काम दिलवाने का झांसा देकर साथ ही वेतन बैंक खातों में ट्रांसफर होने की बात कहकर लोगों से बैंक खाता खुलवाते हैं एवं उनके एटीएम भी अपने पास रख लेते हैं।
ऐसे अपराधी लोग जो अन्य लोगों को डरा धमका कर या साइबर फ्रॉड करके जो राशि प्राप्त होती है उसको ऐसे नए खातों में जमा करवा लिया जाता है ।
अपने पास उपलब्ध एटीएम की मदद से उस राशि का आहरण कर लेते हैं। जिसकी जानकारी बैंक खाता धारक को नहीं हो पाती है। जब कभी इस तरह के अपराधी पुलिस जांच में पकड़े जाते हैं एवं उनके द्वारा जो राशि वसूल की गई है उन खातों की जांच करने पर ऐसे खुलासे होते हैं कि जिन लोगों के खातों का उपयोग इन अपराधियों ने किया है उनकी जानकारी खाताधारक को नहीं होती है। चूंकि यह राशि किसी अपराध से संबंधित होती है इसलिए खाताधारक भी अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते और वह अनजाने में ही ऐसे अपराध के सह अभियुक्त बन जाते हैं ।
मेरी सलाह है कि भविष्य में सभी लोग इस बात का ध्यान रखें कि आपके नाम से कोई अन्य व्यक्ति बिना आपकी जानकारी के बैंक खाता ना खुलवाएं एवम् ना ही आप किसी दूसरे व्यक्ति को बैंक खाता संचालन की जिम्मेदारी दें। साथ ही बैंक से समय-समय पर अपने खातों की जानकारी लेते रहे कि उनमें ऐसे कोई लेन-देन तो नहीं हो रहा है जो आपने नहीं किए हैं। यदि ऐसे कोई लेन देन जो आपने नहीं किए हैं और खाते में हुआ है तो तुरंत बैंक को सूचित करें एवं पुलिस को भी सूचित करें।
सावधान रहिए ,सुरक्षित रहे ।




