छत्तीसगढ़
हाथकरघा मेले की धूम,कोसा एवं कॉटन वस्त्रों की बढ़ी मांग
बलौदाबाजार।राज्य शासन के निर्देश पर जिला हाथकरघा कार्यालय के माध्यम से जिला मुख्यालय स्थित पं. वाल्मीकि शुक्ल स्मृति विप्र वाटिका में हाथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी में कोसा एवं कॉटन हाथकरघा वस्त्रों की मांग बढ़ी है। लोग प्रदर्शनी को देखने दूर दूर से आ रहे है। उक्त प्रदर्शनी का शुभारंभ 13 जून को किया गया है। जो कि 19 जून तक सुबह 11 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे तक संचालित रहेगा। जिला स्तरीय हाथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी सह विक्रय में छ.ग. प्रदेश के जिला- जॉजगीर -चॉपा, रायगढ़, धमतरी एवं राजनांदगांव से आये बुनकर सहकारी समितियों के 13 स्टॉल लगाये गये हैं। इन स्टॉलों में कोसा से बने वस्त्र जैसे साडी़ , दुपट्टा, कुर्ती, जैकेट,सॉल, शर्टींग, सुटिंग, कुर्ता इत्यादि तथा कॉटन से बने वस्त्र साड़ी, कुर्ता,शर्टींग, सुटिंग,सिंगल बेडशीट,डबल बेडशीट, पिलो कव्हर, गमछा, रुमाल,आसन,दरी आदि वस्त्र उपलब्ध है। प्रदर्शनी में कोसा से निर्मित विभिन्न प्रकार के वस्त्र आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। हिंदू धर्म के मान्यता अनुसार पुजा, विवाह एवं अन्य विधि विधान तथा रस्मों में कोसा के वस्त्रों को धारण करना,देवी देवताओं के आसन में बिछाना को शुभ माना जाता है। इसलिए छत्तीसगढ़ में इन कोसा वस्त्रों की अच्छी खासी मांग है। स्टॉल में लगाये गये सभी प्रकार के वस्त्रों पर 20 प्रतिशत की विशेष छूट दी जा रही है। जिसका लाभ लेने हेतु बलौदाबाजार शहर एवं आसपास के क्षेत्र के लोग उक्त प्रदर्शनी में पहुंच रहें हैं तथा ग्राहकों के द्वारा अच्छा प्रतिसाद भी दिया जा रहा है।