रायगढ़ । भाजपा नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी के खिलाफ एक कोयला खदान से कोयला चोरी का कथित ‘फर्जी’ वीडियो ट्वीट करने के आरोप में पुलिस ने मामला दर्ज किया गया है। इसके ख़िलाफ़ भाजपाईयों ने कड़ा विरोध प्रदर्शन करते हुए रविवार दोपहर भाजपा कार्यालय से रैली निकाली और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतलदहन करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस प्रशासन ने भी अपनी व्यवस्था दुरुस्त कर रखी थी, इसलिए पुलिस बल व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त झूमाझटकी हुई जिसके बाद भाजपाइयों ने सुभाष चौक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन किया और सांकेतिक रूप से चक्काजाम किया। इस दौरान उन्होंने राज्यसरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि-ओपी चौधरी पर दर्ज की गई एफआईआर झूठी है। जो सरकार ने कोल माफियाओं के दबाव पर की है। ओपी चौधरी ने एक जननेता का फर्ज निभाते हुए लचर प्रशासन की खामियों को उजागर किया है फ़िर उन पर झूठी एफआईआर दर्ज किया जाना गलत है। आगे भाजपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ओपी पर दर्ज की गई एफआईआर वापस नहीं ली गई या पुलिस उनकी गिरफ्तारी करती है, तो वे कोरबा जाकर हजारों की संख्या में अपनी गिरफ्तारी देंगे।
विपक्ष में बैठी भाजपा एक लंबे अंतराल के बाद एक अलग अंदाज़ में नज़र आई क्योंकि रायगढ़ भाजपा में जहां किसी भी कार्यक्रम में गुटबाजी साफ़तौर पर देखी जाती है, तो वहीं आज भाजपा ओपी के समर्थन में एकजुट दिखाई दी। इस विरोध प्रदर्शन में लगभग वे सभी चेहरे शामिल हुए जो अक्सर अपने विशेष गुट में ही सम्मिलित नज़र आते हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल18 मई ओपी चौधरी ने अपनी फेसबुक से एक वीडियो ट्वीट किया था जिस में लोग खदान से कोयला चोरी करते दिखाई दे रहे थे। ओपी ने दावा किया था कि यह वीडियो एसईसीएल की गेवरा दीपका खदान का है।वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन के खिलाफ जनता का आक्रोश बढ़ गया था। इसी मामले को लेकर युवा कांग्रेस के नेता मधुसूदन यादव ने बांकीमोंगरा थाना में एक शिकायत दर्ज कराई थी।