सीईओ मिश्रा ने महिला समूहों द्वारा तैयार किए जा रहे सेनेटरी पेड निर्माण को भी देखा। सीईओ मिश्रा ने चपले गौठान के अंदर बने तालाब का निरीक्षण किया और पानी कमी होने पर तालाब में पर्याप्त मात्रा में पानी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही तालाब के किनारे हल्दी एवं तुलसी की खेती की गयी थी जो पानी की कमी के कारण क्षति ग्रस्त हो चुके थे वहां हार्टीकल्चर के अधिकारी को पोषण बाड़ी लगाने के निर्देश दिए। संबंधित अधिकारी ने सीईओ को अवगत कराते हुए कि पूर्व में यह जगह पोषण वाटिका के लिए ही आरक्षित था। यहां हाईब्रिड वेरीयटी के 60 पपीता पौधे लगाये जाने की योजना थी। जिस पर उन्होंने तत्काल वहां पपीता पौधे लगाने के निर्देश दिये।
सीईओ मिश्रा ने वहां बने केन्टीन का अवलोकन किया। उन्होंने इसे विस्तार करते हुए गांव के दो महिला समूह को जोड़कर गोठान ढाबा के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने चपले में देवगुड़ी का निरीक्षण किया यहां देवगुडी प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। चपले के सरपंच को भी उनके बेहतर कार्य के लिए बधाई दी। चपले में गाय पालन, मुर्गी पालन एवं बकरी पालन को भी देखा। सीईओ श्री मिश्रा ने संबंधित अधिकारी को गाय पालन करने वाले समूहों को मिलने वाली अनुदान राशि को तत्काल दिलाये जाने की बात कही। उन्होंने गाय पालन करने वाली महिलाओं के लिए उनके दुध के विक्रय हेतु एक बड़ा बाजार तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि उनको दूध का दाम सही प्राप्त हो। उन्होंने चपले गोठान में उद्यान विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन, रेशम विभाग के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों से चर्चा की एवं चपले को आदर्श गोठान बनाये जाने के संबंध में निर्देश दिए।
सीईओ श्री मिश्रा ने खरसिया के जोबी गोठान का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जोबी में लगाये चारागाह के बारे में जानकारी ली। तीन-साढ़े तीन एकड़ में नेपियर घास लगेे होने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। वहां उन्होंने किसानों से चर्चा करते हुए नेपियर घास लगाने के लिए प्रोत्साहित किया। संबंधित अधिकारी ने सीईओ श्री मिश्रा को बताया कि यहां के नेपियर घास को कुछ निजी दुग्ध व्यवसायों को बेचा गया है। तो उन्होंने नेपियर घास को व्यवसायिक स्तर पर इसका उपयोग करने उद्यानिकी विभाग को निर्देश दिए। यहां उन्होंने मुर्गीपालन का निरीक्षण किया एवं मुर्गियों की संख्या बढ़ाये जाने एवं अच्छे नस्ल की मुर्गियां प्रदाय करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जोबी गोठान के वनधन केन्द्र में कार्यरत महिलाओं से चर्चा की और उनके आजीविका संवर्धन के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर प्रभारी अधिकारी एनआरएलएम महेश पटेल एवं संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।