यह रिश्ता भावनाओं के साथ पूरी तरह से जुड़ा होता है।
दादी ने खाना बनाने के लिए कहा तो नाराज नाबालिग पोती ने अमरूद पेड़ में फांसी लगाते हुए अपनी जान दे दी । वहीं, खेत में धान काट रहे युवक की जहरीले सर्प के डसने से मौत हो गई। पहली घटना कापू थाना क्षेत्र की है।
उप निरीक्षक रमाशंकर तिवारी ने बताया कि ग्राम रतनपुर में मंगलवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब गांव से बाहर पचरी ढोढ़ही स्थित खेत के मेड़ में अमरूद पेड़ पर मौहार पारा में रहने वाली कु. सीमा पिता स्व. बाबूलाल यादव ( 16 वर्ष ) की संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर झूलती लाश देखी गई। नाबालिग बाला के मृतदेह को देखने भीड़ लगी तो इसकी खबर पुलिस को लगी। वर्दीधारियों ने मौके पर जाकर शव को नीचे उतारा और अस्पताल भेजते हुए पोस्टमार्टम कराया। पुलिस ने पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि सीमा के माता – पिता नहीं हैं, इसलिए वह अपने दादा – दादी के साथ रहती थी। सोमवार देर शाम सीमा को उसकी दादी ने खाना बनाने के लिए कहा, लेकिन रसोई सम्हालने का मन नहीं होने पर उसने अनसुना कर दिया। ऐसे में दादी ने उसे डांट लगाई तो उसने फांसी लगा ली।
इसी तरह दूसरा मामला तमनार क्षेत्र का है। थाना प्रभारी गंगाप्रसाद बंजारे ने बताया कि ग्राम लमदरहा निवासी बालकराम राठिया का 21 वर्षीय बेटा गुलाप विगत 4 जून को खेत मे धान काटने गया था, जहां उसके बाएं पांव की अंगुली को विषैले सर्प ने डस दिया। सर्पदंश के शिकार युवक ने परिजनों को इसकी सूचना दी तो वे अस्पताल जाने की बजाए झाड़फूंक से उपचार कराने लगे। नतीजतन, युवक की हालत बिगड़ने लगी तो उसे तमनार के स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए मगर डॉक्टर्स ने गुलाप की गंभीर दशा देख रायगढ़ रेफर कर दिया। तदुपरांत, युवक को एम्बुलेंस से लेकर राठिया परिवार तमनार से निकले ही थे कि उसने दम तोड़ दिया। बहरहाल, दोनों घटनाओं की सूचना पर कापू और तमनार पुलिस मर्ग कायम करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।