रायगढ़। बीती रात ग्राम कोतरा के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। इस हादसे में बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया है तो वहीं बाईक के परखच्चे उड़ गए हैं। घायल को मंत्री उमेश पटेल ने ईलाज के लिए अस्पताल भेजा और जाम हटवाकर ट्रैफिक क्लियर करने में पुलिस टीम का सहयोग किया।
रास्ते से गुजर रहे मंत्री उमेश ने रोका कार, घायल को भेजा अस्पताल, क्लियर कराया सड़क पर निर्मित जाम
इसी दौरान इसी मार्ग से उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का काफिला गुजर रहा था। पटेल ओड़िशा से नंदेली वापिस आ रहे थे। सड़क में जाम की स्थिति देख मंत्री उमेश अपने कार से उतरे और जाम का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें मालूम चला कि ट्रैक्टर ट्रॉली के पीछे एक बाइक चालक तेज रफ्तार से टकरा गया है, जो लहुलुहान हालत में सड़क पर पड़ा हुआ है उसे त्वरित ईलाज की जरूरत है। इतना सुनते ही मंत्री उमेश पटेल घायल के पास तुरंत पहुंच गए। उसकी हालत देख कर मंत्री उमेश पटेल ने स्वास्थ्य विभाग के आला-अफसरों को तत्काल एंबुलेंस भेजने को कहा। जाम की स्थिति से निपटने कोतरा थाना पुलिस को तत्काल फोन कर मौके पर बुलाया। मंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के एंबुलेंस पहुंची और पुलिस टीम भी मौके पर पहुँची और जाम हटाने लगे। मंत्री पटेल ने घायल हेम कुमार के समुचित इलाज की व्यवस्था करने के लिए स्वास्थ विभाग को निर्देश दिए और किसी भी स्थिति में जान बचाने की बात कही। इस दौरान पुलिस टीम के साथ मंत्री उमेश पटेल जाम हटाते हुए भी नजर है करीबन 1 घंटे की मशक्कत के बाद जाम हटाया गया उसके पश्चात ही मंत्री उमेश अपने घर नंदेली रवाना हुए।
मंत्री उमेश के संवेदनशीलता के कायल हुए लोग
सड़क पर भीड़ ने मंत्री उमेश पटेल के संवेदनशीलता को देखते हुए उनके तारीफों के पुल बांधने लगे। कइयों को पटेल की मानवीय संवेदना को देखते हुए शहीद नंदकुमार पटेल की याद आ गईं। भीड़ में यह चर्चा भी होने लगी कि यदि मंत्री उमेश पटेल नहीं होते तो घायल अस्पताल नहीं पहुंच पाता और सड़क पर जो जाम लगा था उसे हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती।
बहरहाल उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के मानवीय संवेदना की चहुँओर चर्चा है। यह कोई पहली बार नहीं है इससे पहले भी मंत्री उमेश पटेल ने इसी मार्ग पर अपने दौरे के दौरान एक घायल को देखा था और उस वक्त भी उन्होंने कार से उतरकर अस्पताल भेज मानवीय संवेदना का परिचय दिया था।