न राग न द्वेष बात खरी-खरी…
अजीबो-ग़रीब लाखों करोड़ों के राजस्व देने वाले स्टेशन पर यात्रीयों को सुविधा के नाम पर छलावा… चौधरी सा नाम तो शायद ठण्डे बस्ते …आपके अपने लोगों के लिए आपके आपनो को बोल यात्रियों को कुछ तो सुविधा दिलवा ही दे…
राबर्टसन रेलवे स्टेशन