आचार्य ने किया प्लास्टिक मुक्ति का आह्वान

शोभायात्रा निकाल कर की मांड में किए महाआरती

आचार्य ने किया प्लास्टिक मुक्ति का आह्वान

आचार्य पंडित कान्हा शास्त्री @ ग्राम बड़ेडूमरपाली में दुर्गा उत्सव समिति के द्वारा शुक्रवार की संध्या भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। वहीं मांड नदी की महाआरती की गई।
शोभायात्रा के दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए आचार्य पंडित कान्हा शास्त्री के द्वारा पर्यावरण के लिए हानिकारक प्लास्टिक से मुक्त करने आह्वान किया गया।
धार्मिक अनुष्ठानों के मूल में है वैज्ञानिकता
पं.शास्त्री ने स्वच्छता तथा प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभावों और प्लास्टिक मुक्त भारत संकल्प में सहयोग के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सनातन धर्म प्रकृति पूजक है। हमारे पूर्वजों ने समय, स्थान एवं ऋतुओं को ध्यान में रखते हुए उपासना अपनाने का समर्थन किया है। आज के समय में यह बात समझने की जरूरत है। धर्मगुरुओं, आचार्य, पंडितों को चाहिये कि इस परम्परा को आगे बढ़ाएं। सनातन रुप से चले आ रहे धार्मिक अनुष्ठानों के मूल में केवल धार्मिक भाव ना होकर वैज्ञानिक कारण एवं पर्यावरण संरक्षण का मंत्र भी है।
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सिंगल यूज प्लास्टिक का ना करें उपयोग
वहीं ग्रामवासियों को बताया कि यशस्वी प्रधानमंत्री की पहल पर शुरू हुए स्वच्छ भारत अभियान का गुणगान दुनिया कर रही है। अगर देश को स्वच्छ रखना है तो सबसे पहले हमें प्लास्टिक से परहेज करना होगा। दरअसल सिंगल यूज प्लास्टिक ही जी का जंजाल बना हुआ है, यह दुबारा उपयोग मे नहीं आता। वहीं जानवरों के पेट से लेकर नदी नालों तक को जाम कर रहा है। इसे जला कर नष्ट भी किया जाये तो आसमानी संकट पैदा कर देगा। क्योंकि इसका धुंआ वायुमंडल को ही नहीं बल्कि ओजोन परत को भी छेड़ने से नही चूकता। सरकार प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने को संकल्पित है, तो हमारा कर्तव्य है कि हम इस पहल में अपनी प्रभावी भागीदारी करें।
कपड़े के थैलों का करें उपयोग

वहीं लीलाम्बर डनसेना गुरुजी ने कहा कि हम प्राकृतिक रूप से चीजों को इस्तेमाल करें। खासकर महिलाएं अपने बच्चो को पैकेट बन्द खाने की सामग्री देने से बचें। इसके विकल्प में घर में ही आटे का हलवा, रोटी इत्यादि में बच्चो का मन आकर्षित करें। बाजार जाने पर घर से ही कपड़े में थैले में अपना सामान लाए। हम ऐसी ही छोटी छोटी बातों का ध्यान रखकर प्लास्टिक मुक्त भारत संकल्प को पूरा करने में सहायक सिद्ध होंगे।




