ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी का अभाव, दूर करने की जिम्मेदारी …
ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी का अभाव, दूर करने की जिम्मेदारी पत्रकारों की
कोविड-19 में देश के पत्रकार कर रहे इन मुश्किलों का सामना
कोविड-19 की रिपोर्टिंग करते हुए कई पत्रकारों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ़ है तो कई के ऊपर ग्राउंड से पॉजिटिव खबर दिखाने का दबाव। कुछ पत्रकार मजदूरों की दुर्दशा देखकर मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं तो कुछ वर्क फ्रॉम होम में अपनी अच्छी परफ़ॉर्मेंस को लेकर चिंतित हैं।
इन्हीं सभी द्वंद के मध्य आज ग्राउंड जीरो का रिर्पोटिग के लिए कन्हैया पटैल के सहयोग से प्रकृति के गोद में बसे खरसिया विधान सभा क्षेत्र के चमचमती खोला के सुनसान सड़क जंगल झाड़ीयो चिड़ियों के मधुर कलरव,महुआ के मदहोश कर देने खुशनुमा मौसम में सिद्धेश्वर महादेव के दर्शन लाभ लेते हुए
खरसिया विधान सभा क्षेत्र के ग्राम मीनगांव कोरबा रामपुर की ओर से आने-जाने वाले राहगीरों के लिए रायगढ़ जिला का प्रथम गांव सुबह के 11 घड़ी में बज रहे होगे ।गांव के आस-पास पहुंचते ही बसाहट के अंतिम छोर स्कूल के पास ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सचिव पंचायत जन प्रतिनिधियों के टोली ने देखते ही हमारी गाड़ी रोक लिए… हम तों अपनी जिज्ञासा या कहें कितने जिम्मेदारी निभा रहें जिम्मेदार देखने ही निकले थे इस लिए अंजान बन पूछने लगे…
हमें रोकने का कारण पूछते ही ग्राम कोटवार ने बताया कि कोरबा जिला मे कोविड-19 का प्रकोप कटघोरा में चल रहा है कई आ चुके हैं चपेट में … जानकारी नहीं क्या अखबार टीबी पर दिखा रहा है। लहजा शक्त होते चला जा रहा था … वापस हो जाए… हमसे पहचान पूछते ही कन्हैया पटैल उपाध्यक्ष जनपद पंचायत खरसिया सेनेटाईजर और मास्क पंचायत के जिम्मेदारों की ओर बढ़ाते हुए गाड़ी से बाहर निकलते ही ग्राम पंचायत के सचिव गोवर्धन सिदार पहचान लिए गए।
वन उपज महुआ के लिए ग्रामीणों को न हो अव्यवस्था के साथ आवा-जाही के सम्बन्ध में चर्चा उपरांत रायगढ़- कोरबा जिले की सीमा बन्दी की जानकारी देते हुए सड़क को अस्थाई तौर पर गिरीश रामटेके अनुविभागिय अधिकारी राजस्व खरसिया, पीताम्बर सिंह पटेल एसडीओपी खरसिया के दिशा निर्देश पर खरसिया प्रभारी सुमत राम साहु ,आर डी साहु ने बंद कराएं दिए जाने की जानकारी दिया गया है। बंद किए स्थल को दिखाने मोटर साईकिल में कुछ किलो मीटर दूर तक के सफर के मध्य अपने-अपने खेत खलिहान सड़क किनारे स्थानीय कृषक परिवार के साथ महुआ पेड़ के नीचे महुआ चुनाई करते दिखे एक दो तीन चार अस्थाई बेरिकेटिंग दिखा जैसे अंतिम पड़ाव पर पहुंचते ही मानवीय सोच हमें अपने गिरफ्त में लेने लगा कोविड-19 की रिपोर्टिंग करते हुए कई पत्रकारों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ़ है हमारे पाँव अपने जिले के शरहद से आगे जाने से खौफज़दा होने लगा… कुछ पल की रिपोर्टिंग को कैमरे में कैद कर अपने गन्तव्य के लिए…
गांव वालों की जितनी तारीफ की जाएँ ओ कम शरहद पर सेना के जवानों की तरह जिलें के सीमा सुरक्षा में लगें हुए हैं।
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