खरसिया विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मुरा का मामला
खरसिया । खरसिया विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मुरा के कुछ ग्रामीण महिलाएं और पुरुष के साथ शासकीय शौचालय को तोड़े जाने की शिकायत लेकर आज जिला कलेक्टर और जिला पंचायत रायगढ़ को लिखित शिकायत देने पहुंचे।
बता दें कि ग्राम पंचायत मुरा में लगभग 18 हितग्राहियों के शासकीय शौचालयों को जेसीबी से तोड़फोड़ किया गया है। वही कुछ ग्रामीणों के बाड़ी में लगे पेड़ पौधों को भी तहस-नहस नुकसान पहुंचाया गया है.
जिसकी खबर भी अखबारों में प्रकाशित हुई थी.
शौचालय टूटने से प्रभावित हितग्राहीयों को मजबूरन खुले में शौच करने के लिए जाना पड़ रहा है.तथा ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि हम महिला हैं तथा खुले में शौच जाना उचित नहीं है!
ग्रामीणों ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत बने उनके शासकीय शौचालय को गांव के ही कुछ रसूखदार गोटिया मुरलीधर पटेल (शा.शिक्षक) तथा उसका भाई लोचन प्रसाद पटेल (शा.शिक्षक) दोनों निवासी मुड़ा तहसील खरसिया के द्वारा जेसीबी चलाकर तोड़ दिया गया हैं।उन्होंने यह भी बताया कि शौचालय तोड़ने के पूर्व उन्हें किसी प्रकार की कोई सूचना या जानकारी नहीं दी गई थी, अचानक उनके घर और बाड़ी में बने शासकीय शौचालयों को तोड़ने से काफी नुकसान हुआ है। बाड़ी में लगे हरे-भरे बड़े वृक्षों को भी जेसीबी मशीन से तहस-नहस किया गया हैं। जिसकी भूपदेवपुर थाने में शिकायत की गई है.
वही मामला जनपद पंचायत से संबंधित होने की वजह से जिला पंचायत रायगढ़ और जिला कलेक्टर के समक्ष शासकीय शौचालय तोड़े जाने की लिखित शिकायत की गई है।
पवन पटेल ने बताया कि पूर्वजों से कह बोल या बिना अनुमति के मकान बना कर मुरा के पटेल परिवार के नीजी भूमि पर अवैध रुप से काबिज थे।
कुर्रुभांठा से भण्डार सड़क चौड़ीकरण हो रहा है जिस में मकान का मुआवजे की रकम प्राप्त करने के उपरांत कुछ लोग बाड़ी के आस-पास की निजी भूमि पर अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा था जिससे पटेल परिवार अपने नीजी भूमि मे अवैध कब्जा को रोकने का प्रयास किए जिसके कुछ और दिखाया बताया जा रहा है।
वायरल हुए विडियों को हमारी टीम प्रमाणित नही करता…
बहरहाल अब देखना यह है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालयों को जेसीबी से तोड़-फोड़ कर बाड़ी में लगे पेड़ों को तहस-नहस करने व शासन की योजनाओं का पलीता लगाने के मामले पर ग्रामीणों की शिकायत किया है वही पटेल परिवार द्वारा अपने निजी स्वामित्व अधिकार की भूमि पर अवैध कब्जा कि दावा किए जाने वाली बाते जांच उपरांत स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर वास्तविक घटनाक्रम क्या है तब तक के लिए….?