घरघोड़ा स्टेशन से भेजा गया कोयले का पहला रेक…

एसईसीएल की अनुषंगी रेल कॉरिडोर कंपनी छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल लिमिटेड के घरघोड़ा रेलवे साइडिंग से 15 नवंबर को कोयले से भरा पहला रेक रवाना किया गया। यह डिस्पैच छत्तीसगढ़ स्टेट पावरर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) के मारवा पॉवर हाऊस को किया गया।

छत्तीसगढ़़ ईस्ट रेल लिमिटेड मिनीरत्न उपक्रम एसईसीएल की सबसिडियरी कंपनी बतौर स्पेशल परपस व्हीकल (एसपीव्ही) पीपीपी मॉडल पर विकसित की गई है। इस कॉरिडोर के रूट की कुल लंबाई लगभग 130 किमी. है जिसमें खरसिया से धरमजयगढ़ की मेन लाईन, तीन फीडर लाइन तथा घरघोड़ा से डोंगामहुआ तक की कनेक्टिंग लाइन शामिल है, जिनके जरिए रायगढ़ क्षेत्र के गारे पेलमा ब्लाक की खदाने रेल नेटवर्क से जुड़ सकी है। प्रोजेक्ट के खरसिया से धरमजयगढ़ की मेन लाइन (74 किमी.) की कमीशनिंग की जा चुकी है।

शेष परियोजना 30 सितंबर 2022 तक पूरी हो जाने की आशा है। घरघोड़ा रेलवे साइडिंग से कोयले के रेक की ढुलाई आरंभ होने से कोल डिस्पैच की क्षमता मे लगभग 3-रेक प्रतिदिन का इजाफा होने की आशा है। सीईआरएल एसईसीएल के माण्ड-रायगढ़ कोलफील्ड्स से कोयले के त्वरित निष्कासन के उद्देश्य से विकसित की जा रही है जिसमें लगभग 3055 करोड़ रूपए की पूंजी निवेश किया जा रहा है।

वर्ष 2019 में प्रोजेक्ट के खरसिया-कारीछापर लाइन से माल ढुलाई आरंभ किया जा चुका है।




