औघड़ सुनील राम जी हम सब में
पूज्य औघड़ सुनील राम जी की आज प्रथम पुण्य तिथि पर शत् शत् नमन
आप परम पूज्य अवधूत भगवान राम जी एवं परम पूज्य गुरुदेव कापालिक धर्म रक्षित राम जी के शिष्य थे और लाखों भक्त जनों अघोरान्ना परो मंत्र: नास्ति तत्वं गुरो परम को ध्यान के सुमार्ग पर लगा कर, इसी दिन प्रातःकाल माँ भगवती के पावन तट घोरा देवी माता जी के ध्यान करते-करते श्री गुरुदेव के चरणों में ही पुनः लीन हो गए।
आपके लाड़ -प्यार सानिध्य से कृपा की।सन् 2008 में अकलतरा में स्थापित अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम के स्थापना में आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा है, आपका आश्रम के प्रति श्रद्धा व प्रेम भाव को आश्रम परिवार कभी नहीं भूल सकेगा!
राम भक्त को जो गिने, उत्तम मधुर सुमीत।
मेल – प्रेम उस से करे,जाय वही जग जीत।।
स्वाति जल सतगुरु वचन थल विशेष गुन होई।
रामकिना गजकुम्भ मनि नाग सीस विष होई।।
आप को प्रणाम व श्रद्धा सुमन अर्पित करते है
विनीत
अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम पोंड़ी दल्हा