कुलपति डॉ.सेंगर ने कृषि विज्ञान केन्द्र का किया भ्रमण..
कृषि विज्ञान प्रक्षेत्र में किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यो एवं तकनीकी प्रदर्शनी इकाईयों का किया अवलोकन
रायगढ़ । इंदिरा गॉधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ.एस.एस.सेंगर कृषि विज्ञान केन्द्र, रायगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। अपने भ्रमण के दौरान कृषि विज्ञान प्रक्षेत्र में किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यो एवं तकनीकी प्रदर्शनी इकाईयों का अवलोकन करते हुए प्रसन्नता जाहिर की। कुलपति ने केन्द्र द्वारा स्थापित उन्नत गौ-पालन इकाई एवं आत्मा परियोजना अंतर्गत वित्तीय निधि से प्राप्त चक्रीय विधि केचुआ खाद उत्पादन इकाई का विधिवत उद्घाटन एवं शुभारंभ किया। अपने भ्रमण के दौरान केन्द्र द्वारा विकसित एवं संचालित मशरूम उत्पादन इकाई, विभिन्न मसालें वर्गीय फसलों की क्रॉप कैफेटेरिया, नर्सरी इकाई आदि का अवलोकन किया।
कुलपति डॉ.सेंगर द्वारा मौके पर वृक्षारोपण भी किया गया। तत्पश्चात भारतीय कृषि अनुसंधान द्वारा प्रायोजित एवं वित्त पोषित पशुधन व्यवसाय एवं पशुप्रबंधन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए प्रगतिशील कृषकों एवं गौ-पालकों को उचित दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन देते हुए कहा कि जिले के कृषकों को रोजगार एवं आमदनी बढ़ाने हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र से जुड़कर कार्य करना चाहिए। उन्होंने पशु पालकों को डेयरी व्यवसाय से संबंधित दुग्ध प्रौद्योगिकी एवं दुग्ध उत्पादन के प्रसंस्करण के साथ-साथ उन्नत बाजार व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया। कुलपति डॉ.सेंगर ने केन्द्र परिसर में केन्द्र एवं संबंधित प्रगतिशील महिला कृषक श्रीमती उर्मिला सिदार द्वारा लगाये जैविक आदानों एवं उत्पादनों की स्टॉल एवं प्रदर्शनी की भूरी-भूरी प्रशंसा की। साथ ही केन्द्र के वैज्ञानिक को श्रीमती सिदार द्वारा किये जा रहे प्रयासों को प्रकाशित एवं प्रसारित करने हेतु दिशा-निर्देश दिये। साथ ही किसान उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्री सीताराम पटेल द्वारा लगाये मसाला वर्गीय फसलों के स्टाल का अवलोकन किया। केन्द्र द्वारा प्रशिक्षित ग्रामीण युवक श्री राजेश प्रधान एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कविता द्वारा लगाये मशरूम बीज की प्रदर्शनी की तारीफ करते हुए उनसे चर्चा की।
केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख इंजी.आर.के.स्वर्णकार ने केन्द्र द्वारा प्रगतिरत कार्यो एवं भविष्य की योजना से कुलपति डॉ.सेंगर को अवगत कराते हुए कहा कि आपके दिये गये दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन के द्वारा जिले के कृषकों को उन्नत कृषि तकनीक एवं रोजगार उन्नमुखी गतिविधियों से जोडऩे में हर संभव मदद करेंगें। श्री स्वर्णकार ने केन्द्र की ओर से अभिनव पहल करते हुए डॉ.सेंगर को भारतीय गाय के छायाचित्र से सु-सज्जित स्मृति चिन्ह भेट किया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन केन्द्र के मृदा वैज्ञानिक श्री के.डी.महंत ने की। इस दौरान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. मनीषा चौधरी, श्री के.के.पैकरा, डॉ.चंद्रपॉल सिंह सोलंकी, डॉ.एन.सी. बंजारा, श्री आशुतोष सिंह कार्यक्रम सहायक, श्री नीलकमल पटेल, श्री विकास दास महंत, श्री रामलाल, श्री ज्ञानेन्द्र चन्द्रा, कु.सुनयना कुरूवंशी, श्री सुखलाल राठिया, श्रीमती उषा बरेठ एवं अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे।