इस मौके पर महापौर जानकी काटजू, पूर्व जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ.अश्विनी शर्मा, डॉ. गौरीशंकर पटेल, जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ.मीरा भगत उपस्थित रहे।
जिला पंचायत अध्यक्ष पटेल ने भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना के साथ नि:शुल्क आयुष स्वास्थ्य मेला का शुभारंभ किया। पटेल ने अपने संबोधन में वर्तमान जीवन शैली में आयुर्वेद की महत्ता बताई तथा चिकित्सक को मानवता की सेवा के लिए सबसे महत्वपूर्ण कहा। उन्होंने कोविड-19 में आयुष चिकित्सकों के योगदान की सराहना की। महापौर श्रीमती जानकी काटजू ने आयुर्वेदिक काढ़े को अत्यंत उपयोगी बताया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री पटेल एवं उपस्थित अतिथियों ने जिला आयुर्वेद चिकित्सालय का निरीक्षण कर विभाग के विशेष प्रयास से उपलब्ध कराए गए पंचकर्म एवं पैथोलॉजी सुविधा को मिल रहे लाभ की जानकारी ली। पंचकर्म आयुर्वेद कि वह विशिष्ट विद्या है जिसके द्वारा रोगों का संशोधन कर शरीर को रोग मुक्त किया जाता है।
आयुष मेले में लगाए गए स्टाल औषधीय पौधों की प्रदर्शनी काढ़ा वितरण क्षारसूत्र स्नेहन विरेचन स्वेदन सहित पंचकर्म चिकित्सा बालरोग स्वास्थ्य वृत्त का अवलोकन करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री पटेल सहित मेले में दूरदराज से आए सैकड़ों हितग्राहियों ने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष काढ़े का सेवन किया। इस शिविर में आयुर्वेद में वर्णित गुलुच्यादी आ त्रिकटु तुलसी निर्मित काढ़ा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक तथा श्रेष्ठ रसायन औषधि के रूप में जानी जाती है होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर मुकेश साहू द्वारा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 की तीन खुराक रोजाना लेने की सलाह दिया एवं वितरण किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ.मीरा भगत ने जिला चिकित्सालय में उपलब्ध पंचकर्म क्षार सूत्र जैसे आयुर्वेद की विशिष्ट विधाओं का अधिकाधिक संख्या में भाग लेने हेतु जन सामान्य को प्रेरित कर जागरूकता गतिविधियों की जानकारी दी। इस शिविर में नशा मुक्ति हेतु विशेष परामर्श केंद्र में नरसिंह पटेल द्वारा नशा मुक्ति परामर्श दिया गया। मेले में प्राकृतिक चिकित्सा संबंधी जानकारी दिया गया तथा प्राकृतिक चिकित्सक डॉक्टर श्रीधर स्वाइ एवं टीम द्वारा 33 मरीजों का प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से उपचार किया गया। विभाग की विशेष पहल पर मेले में अर्श पाइल्स भगंदर फिस्टुला के 10 रोगियों का विशेष जांच डॉक्टर संतोष गुप्ता द्वारा किया गया तथा आगामी दिवसों में क्षार सूत्र चिकित्सा हेतु चिन्हांकित किया गया। मेले में औषधीय पौधों एवं जड़ी बूटियों की प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें डॉक्टर संजीव गुप्ता द्वारा जानकारी दी गई।
इस अवसर पर मंच संचालन डॉ प्रशांत सक्सेना एवं डॉ अवधेश महापात्र द्वारा किया गया। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉक्टर मीरा भगत एवं मेला प्रभारी डॉक्टर नीरज कुमार मिश्रा ने मेले में सक्रिय रूप से योगदान देने वाले सभी चिकित्सकों एवं विभागीय अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधियों एवं समस्त नागरिकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।