कलेक्टर भीम सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति की ली वर्चुअल समीक्षा बैठक
कलेक्टर सिंह ने कहा कि होम आइसोलेटेड मरीजों की विशेष देखरेख की जाय। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का नियमित फॉलोअप हो। उन्होंने इसके लिए सभी विकासखंडों में एक डेडिकेटेड टीम बनाने के निर्देश सभी बीएमओ को दिए। जिसके द्वारा होम आइसोलेशन के नॉम्र्स का पूरी तरीके से पालन सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर श्री सिंह ने फॉलोअप के लिए डॉक्टर्स अलॉट करने और रोज आइसोलेटेड मरीजों के ऑक्सीजन सेचुरेशन और टेम्परेचर की जानकारी लेने के लिए कहा। जिससे मरीज की स्थिति बिगडऩे से पहले उसे हॉस्पिटल शिफ्ट किया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन से जुड़े शासन की गाइडलाइन्स की भी मरीजों को जानकारी दी जाए।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने जिले के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहे निर्माण कार्य की प्रगति की गहन समीक्षा की। उन्होंने छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड और सीजीएमएससी द्वारा विभिन्न विकासखंडों में बनाए जा रहे हमर लैब, ब्लड बैंक, एनआरसी के साथ ही दूसरे निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी ली और संबंधित बीएमओ से भी फीडबैक लिया। निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति को लेकर कलेक्टर श्री सिंह ने निर्माण एजेंसी के अधिकारियों पर नाराजगी जतायी। उन्होंने गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए काम जल्द पूरा करने के लिए कहा। कलेक्टर श्री सिंह ने अस्पतालों में मानव संसाधन की तैनाती पर भी चर्चा की। जहां आवश्यकता है वहां अतिरिक्त एएनएम व मेडिकल स्टाफ पदस्थ करने के निर्देश उन्होंने दिए।
कलेक्टर सिंह ने पिछले एक माह में डॉक्टर्स द्वारा ओपीडी और आईपीडी में मरीजों की जांच की भी समीक्षा बैठक के दौरान की। कम ओपीडी संख्या वाले डॉक्टर्स को अपने ड्यूटी वाले समय में अस्पताल में नियमित रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिये और जांच किये जा रहे मरीजों की जानकारी ऑनलाइन एंट्री करने के लिए कहा। कलेक्टर श्री सिंह ने ब्लड बैंक्स में उपलब्ध ब्लड यूनिट के बारे में भी जानकारी ली और अस्पतालों में उपलब्ध यूनिट की रियल टाइम जानकारी अपडेट करते रहने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक के दौरान मरीजों के परिवहन पर भी चर्चा की। कुछ बीएमओ ने बताया कि कई दफे रात में 108 के माध्यम से मरीजों के परिवहन को लेकर दिक्कतें आती हैं। कलेक्टर सिंह ने इस पर 108 एजेंसी संचालक को हिदायत देते हुए कहा कि सभी वाहन अच्छे कंडीशन में हो और मरीजों का परिवहन बिना किसी दिक्कत के सुचारू रूप से होना चाहिए, अन्यथा कार्यवाही की जाएगी।
हाट बाजार क्लिनिक संचालन की भी कलेक्टर सिंह ने विकासखंडवार समीक्षा की। उन्होंने हाट बाजार में उपलब्ध कराए जाने वाले बीपी, शुगर, टीबी, मलेरिया,गर्भवती महिलाओं और बच्चों की जांच और उपचार सुविधा के आधार पर सभी बीएमओ और बीपीएम से जानकारी ली। उन्होंने लैलूंगा, घरघोड़ा, तमनार,धरमजयगढ़ व पुसौर में जांच संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। हाट बाजारों के लिए खरीदे गए वाहनों की जानकारी लेने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि वाहन रायगढ़ पहुंच चुके है जिसमें ब्रांडिंग का काम चल रहा है जिसके पश्चात उसे हाट-बाजार क्लिनिक में भेजना शुरू कर दिया जाएगा। इसी प्रकार धरमजयगढ़ के दुर्गम इलाकों के लिए खरीदी गई बाइक एम्बुलेंस एक दो दिन में रायगढ़ आ जाएगी। जिसके बाद उसका संचालन भी मरीजों के परिवहन में शुरू कर दिया जाएगा। कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में स्वास्थ्य बीमा योजनाओं, संस्थागत प्रसव व बच्चों के टीकाकरण पर भी चर्चा की। जिन विकासखंडों का प्रदर्शन इनमें कमजोर रहा उन्हें काम बेहतर करने के निर्देश उन्होंने दिए।
इस दौरान सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, ईई हाउसिंग बोर्ड शर्मा, ईई सीजीएमएससी श्री साहू तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी सहित सभी विकासखंडों के बीएमओ व बीपीएम उपस्थित रहे।