पीएम मोदी के नाम लिखे पत्र में सांसद गोमती साय ने कहा है कि विगत 13 नवंबर 2021 को मणिपुर में अलगाववादी संगठनों द्वारा असम राईफल्स के काफिले पर हुए हमले से आप विदित हैं। इस हमले में असम राईफल के अन्य 4 जवानों के साथ रायगढ़ के माटीपुत्र 46 असम राईफल के कमांडिंग अफसर विप्लव त्रिपाठी, उनकी धर्मपत्नी अनुजा त्रिपाठी पुत्र अबीर त्रिपाठी शहीद हो गए। हमारे देश में युद्धकाल एवं शांतिकाल दोनों में देश के लिए सर्वाच्च बलिदान देने की पंरपरा रही है। मुझे इस बात का भी गर्व है कि इसमें मेरे क्षेत्र का भी अवदान है किन्तु आजादी के विगत 74 वर्षों में मुझे एक भी ऐसा अवसर ज्ञात नहीं है कि जब पूरे परिवार ने सर्वाेच्च बलिदान दिया हो।
सांसद गोमती साय ने कहा है कि शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी ने मिजोरम व मणिपुर में अलगाववादियों के मुख्य श्रोत नशीले पदार्थ की तस्करी पर करारी चोट की थी। उन्होंने सेना के जन कल्याण कार्यों से स्थानीय निवासियों को मुख्यधारा में लाने का सफल प्रयास किया था। इसी से बौखलाकर 13 नवंबर 2021 को उग्रवादियों ने कायरतापूर्ण हरकत को अंजाम दिया। मैं रायगढ़ की सांसद व भारत की बेटी होने के नाते कर्नल विप्लव के आदम्य साहस,अगम्य उत्साह,निष्ठा व ईमानदारी को शत्- शत् नमन करती हूं और आपसे अनुरोध करती हूं कि कर्नल विप्लव त्रिपाठी के इस बलिदान को शांतिकालीन सर्वोच सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित करे। यह ऋणी राष्ट्र उनके माता-पिता को उनका बेटा, बहू व पौत्र तो नहीं लौटा सकता किन्तु गर्व से जीने में कुछ तो मदद कर सकता है।