ससकोबा में नवीन धान उपार्जन केन्द्र खुलने से 10 गांवों के 840 किसान लाभान्वित
किसानों को मिली सुविधा, परिवहन में लगने वाले समय व लागत की हो रही बचत
रायगढ़। शासन द्वारा धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ससकोबा में नवीन धान उपार्जन केन्द्र खोला गया है। शासन के इस निर्णय से ससकोबा सहित आसपास के 840 किसानों को बड़ी सुविधा मिली है। इस केन्द्र में लगभग 10 गांवों के किसान अपने धान बेच रहे है, जो पहले अधिक दूरी तय कर सिसरिंगा उपार्जन केन्द्र पर धान विक्रय करने जाते थे। ससकोबा उपार्जन केन्द्र में धौराभांठा, रैरूमाखुर्द, बाकारूमा, चरखापारा, ससकोबा, गनपतपुर, भालू पखना, रायमेर, पंचपेड़ी, किरियां तथा डूमरनारा के किसान यहां पर अपनी उपज बेच सकेंगे। पहले इन गांवों की उपार्जन केन्द्र से दूरी 12 किलो मीटर से लेकर 24 किलो मीटर तक होती थी। वहीं नये उपार्जन केन्द्र खुलने से 9 गांवों की अधिकतम दूरी 10 किलो मीटर रह गई है। वहीं डूमरनारा से पहले की तुलना में नवीन केन्द्र तक दूरी 4 किलो मीटर तक घट गई है। जिससे किसानों को धान परिवहन में लगने वाले समय व लागत में बचत हो रही है।
किसान श्री बाबूलाल ने नवीन धान उपार्जन केन्द्र के बारे में फीडबैक देते हुए बताया कि ससकोबा में केन्द्र खुलने से किसानों को 15 से 20 किलो मीटर कम दूरी तय करनी पड़ रही है। जिससे किसानों का समय के साथ टै्रक्टर में धान परिवहन के एक ट्रीप में 2 हजार रुपये तक की बचत हो रही है। यह किसानों के लिए बड़ी राहत की बात है। उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय स्तर पर केन्द्र खुलने से धान की तौलाई व भराई कार्य से 40 से 50 लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।