बिलासपुर। चिटफंड के मामले में जिले की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। 16 प्रकरणों के करोड़ों के चिटफंड ठगी के मामले के आरोपी जीएन गोल्ड के डायरेक्टर नरेन्द्र सिंह को पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है। कंपनी ने करीब 5 करोड़ रुपये की ठगी की है। उसके विरुद्ध बिलासपुर जिले में ही 7 अपराध दर्ज हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी। एएसपी रोहित कुमार झा को चिटफंड मामलों के लिये नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस सिलसिले में बिल्हा व रतनपुर के स्टाफ की एक टीम दिल्ली और हरियाणा रवाना की गई थी। आरोपी नरेंद्र सिंह को खोजबीन के बाद 28 नवंबर को फतेहाबाद जिले में गिरफ्तार किया गया। आज उसे विशेष अदालत में पेश किया गया।
कंपनी के विरुद्ध बिल्हा, रतनपुर, तखतपुर, सरकंडा, मस्तूरी, कोटा के अलावा धमतरी, कोरबा, सूरजपुर, रायपुर व दुर्ग में पीड़ितों ने अपराध दर्ज कराये हैं। उन्होंने निवेशकों से यह कहकर रुपये जमा कराये कि 6 वर्ष में उनकी रकम दुगनी कर दी जायेगी। रुपयों के बदले उन्हें एक बांड भी दिया जाता था। जब रकम वापसी का समय आया तो कंपनी के सारे डायरेक्टर फरार हो गये। दो डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा व देवेश बजाज भी गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इनमें से एक आरोपी शैलेन्द्र गोस्वामी की धमतरी में संपत्ति होने का पता चला है जिसकी कुर्की के लिये कार्रवाई की जा रही है।