
खरसिया। तिगड़ानिया बाबा परमहंस जटाधारी के मंदिर स्थानीय गंजबाजार परिसर में वार्षिक उत्सव मनाया गया। भजन कीर्तन के अलावा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद प्राप्त किया। बसंत पंचमी के अवसर पर गुरुवार को त्याग तपस्या एवं ब्रह्मचर्य की साक्षात मूर्ति. नागा बाबा लटाधारी के उपासक तिगड़ानिया परिवार द्वारा मंदिर को विशेष रुप से सजाया गया था। वहीं अखंड भजनों के साथ विशाल प्रसाद भंडारे का आयोजन भी किया गया।
मंदिर पहुंच रहे श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए राजेश अग्रवाल, नरेश अग्रवाल, दीनानाथ अग्रवाल, शिवशंकर अग्रवाल, सावरिया अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल द्वार पर ही खड़े होकर बाबा की सेवा में तत्पर थे, वहीं मनोज, दीपक, सौरभ, विनोद, पराग एवं बासुकी सहित पूरा परिवार बाबा के वार्षिक उत्सव के लिए 2 दिन पूर्व से ही तैयारियों में जुटा था।
विकास ज्योति ने बाबा की महिमा बताते हुए कहा कि बाबा ने 12 वर्ष की अल्पायु में ही संन्यास ले लिया था। वहीं हिमालय में घोर तपस्या करके लंबी समाधि के बाद चैतन्य हुए तो घूमते घूमते हरियाणा के तिगड़ाना गांव पधारे और वहीं रहने लगे। इस दौरान बाबा ने अनेकों चमत्कार किए, जिनसे इनकी प्रसिद्धि विश्वव्यापी हो गई। बाबा की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।



