पेंचकस बाबु रुदाली रोना छोड़ दे

धान के कटोरा छत्तीसगढ़ में कृषि उत्पादों के लिये सहयोगी समानों में खाद -बीज की भूमिका महत्वपूर्ण है जिस पर भी पिछली सरकार के द्वारा उनके नेता व रिश्तेदारों से कालाबाजारी और भ्रष्टाचार करने के लिये व्यापार किया जा रहा है पर जबसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आई है इन पर लगाम लगाने के कड़े प्रयासों को अंजाम दिया गया जिसमें जिले में दो व्यपारियो पर कार्यवाही हुई किस दल के नेता परिवार के सदस्य किसी से छिपा नहीं ….
यूरिया खाद की कालाबाजारी का रोना-रोने वाले और इसके लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराने वाले भाजपा नेता केवल अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह का आरोप लगा रहे हैं जबकि जांच में खरसिया के जिस बड़े व्यापारी जगन्नाथ प्रसाद शर्मा का नाम सामने आया है वह पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष गोपाल शर्मा के बड़े भाई हैं। मतलब एक तरफ तो शासन, प्रशासन को बदनाम करने की नीयत से यूरिया खाद की कालाबाजारी खुद भाजपा वाले कर रहे हैं और दूसरी तरफ किसानों के हमदर्द बनने का दिखावा भी यही लोग कर रहे हैं।
उक्त बातें खरसिया अंचल के वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व जिला पंचायत सदस्य अभय महांती, ब्लॉक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नेत्रानन्द पटेल, सरपंच संघ के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव डनसेना, पूर्व जनपद सदस्य महावीर पटेल तथा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज गबेल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाजपा नेताओं पर पलटवार करते हुए कही। कांग्रेस नेताओं ने आगे कहा कि सरकार पर यूरिया खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाने वाले भाजपा नेता पहले अपने गिरेबान में झांके और उसके बाद कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाएं। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि खरसिया क्षेत्र में यूरिया खाद की कालाबाजारी करने वाले व्यापारी भाजपा से ही जुड़े हुए हैं। कुछ दिनों पहले ही अखबारों में प्रकाशित हुआ था कि खरसिया के एक बड़े व्यापारी जगन्नाथ प्रसाद शर्मा ने पांच ऐसे लोगों को 222 मीट्रिक टन यूरिया बेच दिया जिनके नाम से एक इंच भी जमीन नहीं है और इतना बड़ा गोलमाल करने वाला व्यापारी कोई और नहीं बल्कि पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष गोपाल शर्मा का बड़ा भाई है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि खरसिया अंचल में यूरिया की कालाबाजारी कौन कर रहा है। मगर अपने नेता की बदनामी ना हो करके उल्टे भाजपा वाले इसके लिए शासन, प्रशासन को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास कर रहे हैं जो हास्यास्पद है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल से ही भाजपा से जुड़े व्यापारियों द्वारा यूरिया खाद की कालाबाजारी कर अपने परिचितों के नाम से खाद आबंटित कर उसकी जमाखोरी कर उसे अधिक दामों में किसानों को बेचने का गोरखधंधा किया जाता रहा है और अब भी वे ऐसा ही कर रहे हैं। ऐसे ही मुनाफाखोर व्यापारियों को बचाने के लिए भाजपा नेता कांग्रेस सरकार पर इस तरह का आरोप लगा रहे हैं और ऐसा वे सिर्फ अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए ही करते हैं।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यह लेख कांग्रेस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति पर हैं। आलेख में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए THE DEHATI.COM उत्तरदायी नहीं है।
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