नगर पालिका में भ्रष्टाचार की बातें आम… अब कुछ नए अंदाज में नगर पालिका परिषद के अधिकारी-कर्मचारी नियमों का उल्लंघन…
नगर पालिका में भ्रष्टाचार की बातें आम… अब कुछ नए अंदाज में नगर पालिका परिषद के अधिकारी-कर्मचारी नियमों का उल्लंघन…
गौरतलब हो कि अभी कुछ दिन पूर्व ही नगर पालिका के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।
उसके महज कुछ ही दिन बाद, नगरपालिका के अधिकारी कर्मचारी अटल रॉक गार्डन बोतलदा में, ध्वनि यंत्रों के साथ थिरकते हुए नजर आए। जबकि पर्यटक स्थल ग्रामीण क्षेत्र में… त्रि-स्तरी पंचायत चुनाव का आचार संहिता लगा हुआ है ध्वनि विस्तारक यंत्र प्रतिबंधित है।
उक्त मामले में जब अटल रॉक गार्डन प्रबंधक से पूंछा गया कि वाहनों से शुल्क न लेने पर टालते नजर आए। आपको यह भी बताना लाजिमी होगा कि आज कुछ अलग अंदाज में कर्मचारी अधिकारी ने अपने रसूख का खौफ कहे या मनमाना रवैया कहें सरकार नगर का तो बन गया शपथ ग्रहण समारोह भी संपन्न हो गया परंतु
अधिकारी-कर्मचारी की भ्रष्ट रवैया में नहीं आया प्रशासनिक कसावट। हम आपको बताने जा रहे हैं खरसिया नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार सीएमओ टाॅमसन रात्रे के अधिनस्थ कर्मचारी अधिकारियों की बात नई साल में नगर में चुनाव का सरगर्मी था जिसके कारण नव वर्ष नहीं मना पाए तो चुनाव निपटते ही
कुछ पिकनिक हो जाए ऐसा सोच नगर पालिका अधिकारी कर्मचारी परिवार सहित पहुंच गए बोतल्दा राॅक गार्डन चलिए यहां तक तो सब सही है उनकी निजी जिंदगी का मामला है परंतु हम आपको बताने जा रहे हैं उस बात को लेकर आप चौक ही जाएंगे हुआ यूं कि एक राए हो सब नगर पालिका परिषद खरसिया के अधिकारी कर्मचारी अपने परिवार के साथ नगर पालिका के कई गाड़ियां जो स्वच्छता के लिए लगा होता है
डीजे जनरेटर के साथ ट्रेक्टर के साथ बोतल्दा रॉक गार्डन में नई साल की खुमारी में कुछ भेज-नानवेज भी चला और
उसके पश्चात खुब झुमे नाचे गाए अपने साथ वन अमला बोतल्दा रार्क गार्डन की जिम्मेदार डीजे की धुन से वन्यजीव प्रभावी तो होंगे पर चिंता नहीं वहीं नगर पालिका परिषद खरसिया के अधिकारी कर्मचारी को नहीं है वास्ता परंतु दुखद बात यह है कि वन अमला खरसिया डीजे की धुन में थिरक रहे लोगो पर प्रतिबंध न कर खुला छुट दे दिए। अब देखने वाली बात है कि जिले के आला अधिकारी और
जिम्मेदार नगर पालिका अध्यक्ष
राधा सुनील शर्मा घोर लापरवाही पर क्या कार्यवाही करते हैं या पूर्व शहर सरकार की भांति चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते अधिकारी कर्मचारी जो करें वही सही है यह अपनाते हैं या होगी सख़्त कार्यवाही यह देखने वाली बात होगा।
चौंकाने वाली दूसरी बात यह है कि वन आमला के शिव कुमार गभेल की उपस्थिति में वाहनों पर्यटकों से मिलने वाली राजस्व का नुकसान किया और घंटों तक गार्डन के अंदर डीजे के धुनों पर थिरकते रहे छत्तीसगढ़ शासन के नियमो को ठेंगा दिखा वन विभाग के जिम्मेदारों ने ज़िम्मेदारी में झोल-झाल किए गार्डन में आए वाहनों पर
किसी प्रकार का टैक्स की रसीद नहीं कांट वन विभाग को होने वाली राजस्व का नुकसान कराया विभाग के राजस्व में नुकसान कराया वहीं हमारे संवाददाता के समझ आने जाने वालों से नगद रकम ले रसीद नहीं कांटे जा रहे थे रसीद न होने का बहाना किया जा रहा था ।