देश रत्न का सम्मान पूरा देश करें….
उड़न सिख मिल्खा सिंह की कोरोना की वजह से मृत्यु हो गई उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा पंजाब सरकार ने 1 दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की है मिल्खा सिंह का जन्म वर्तमान पाकिस्तान में हुआ था बंटवारे की वजह से वह भारत आकर बसे अपनी धावकी की गहरी छाप उन्होंने छोड़ी देश के लिए कई स्वर्णीम सफलताए अर्जित की,एशियाई खेलो,कॉमनवेल्थ गेम्स के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में देश के लिए पदक जीते ओलंपिक में चौथा स्थान हासिल किया उन्हें उड़न सिख की उपाधि तत्कालीन पाकिस्तानी राष्ट्रपति अय्यूब खान ने पाकिस्तान में आयोजित प्रतिस्पर्धा में उनके प्रदर्शन के बाद दी थी।ऐसे खेल रत्न के लिए सिर्फ एक प्रांत में राजकीय शोक क्यों ? राष्ट्रीय खेल प्रतिभा जिनके अंतरराष्ट्रीय ख्याति थी क्या ये उनका उचित सम्मान है ? प्रदेश स्तरीय राजनीतिज्ञों को रत्न बता विभूषित करने वाली भारतीय राजनीति उनके साथ न्याय क्यों नहीं कर रही ? देश रत्न का सम्मान पूरा देश करें ।