अष्टभुजी स्व-सहायता समूह की महिलायें मछली पालन से बन रही आर्थिक रूप से सशक्त
बिहान छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत महिलाओं एवं युवतियों को स्व-सहायता समूह के रूप में गठित कर एवं उन्हें प्रेरित करते हुये स्व-रोजगार से जोड़े जाने की अति महत्वाकांक्षी योजना है। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान की महिलायें एसएचजी से जुड़कर सफलता की नयी कहानियां लिख रही है तथा अपने सपनों को पंख दे रही है।
विकासखण्ड खरसिया के आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत हालाहुली में अष्टभूजी स्व-सहायता समूह का गठन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत हुआ था। समूह की महिलाओं के परिवार के लोग व्यक्तिगत रूप से कृषि एवं गैर कृषि कार्य में संलग्न है। बिहान योजना से जुडने के बाद उन्हें इस योजना के माध्यम से अनुदान के रूप में चक्रीय निधि राशि 15 हजार एवं सामुदायिक कोष की राशि 60 हजार प्राप्त हुई तथा बैंक ऑफ इंडिया से 5 लाख रुपये का लोन लिया। जिससे वे मछली पालन का कार्य कर रही है। समूह की महिलाओं को मछली पालन का कार्य करते हुये एक वर्ष से अधिक हो चुका है। इस कार्य से उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है और वे एक लाख रुपये से अधिक की आय प्राप्त कर रही है। इस कार्य से समूह की महिलायें आर्थिक रूप से सशक्त बन रही है