लॉकडाउन से पहले दुकानदार वसूल रहे मनमानी कीमत
लॉकडाउन से पहले दुकानदार वसूल रहे मनमानी कीमत
गुड़ाखू,तंबाकू व पान मसालों की कालाबाजारी शुरू
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला कलेक्टर भीम सिंह ने आज लॉक डाउन की स्थिति को साफ करते हुए 14 से 22 तारीख तक जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। वैसे तो निर्देश जारी होने के 02-03 दिन पूर्व से ही जिले में लॉकडाउन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई थी जिससे बड़े व्यापारियों ने जमाखोरी और कालाबाजारी शुरू कर दी है । वहीं फुटकर विक्रेता भी ऊंचे दाम पर बेखौफ बिक्री कर रहे हैं।पिछले साल लाकडाउन के दौरान पान मसाला और तंबाकू उत्पादों की जमकर कालाबाजारी की गई थी। पांच रुपये वाला पान मसाला का पाउच 25 से 30 रुपये तक में बेचा गया। थोक दुकानदारों द्वारा की गई जमाखोरी से यह उत्पाद बाजार से गायब हो गये थे। मांग बढऩे पर जमाखोरों ने खुली लूट की थी। लाकडाउन समाप्त होने के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती गई और पिछले महीने तक प्रिट रेट पर बिक्री चल रही थी। अब फिर लाकडाउन की सुगबुगाहट से जमाखोर फिर सक्रिय हो गए हैं। गोदामों आदि में बड़ी मात्रा में पान मसाला और तंबाकू उत्पाद स्टाक किए जा रहे हैं।
30 रुपये तक की कालाबाजारी
फुटकर विक्रेताओं के अनुसार पान मसाला का जो पैकेट उन्हें थोक में 120-125 रुपये में मिलता था, वही पैकेट अब 160 रुपये तक में खरीदना पड़ रहा है। मजबूरन इनकी फुटकर बिक्री भी मूल्य से अधिक में हो रही है। पांच रुपये वाला एक पाउच छह और सात रुपये में बेचा जा रहा है। जमाखोरी की यही स्थिति रही तो दाम और बढ़ेंगे। हर चीज की बिक्री के लिए अधिकतम मूल्य निर्धारित किया जाता है जो उसके लेवल पर प्रिट किया जाता है। इससे कम मूल्य में तो बिक्री की जा सकती है, लेकिन अधिक मूल्य लेना दंडनीय अपराध है।