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हिंडालको अंडरग्राउंड कोल माइंस का कलेक्टर भीम सिंह ने लिया जायजा

खदान के अंदर पहुंच कर प्रोडक्शन सेफ्टी और विभिन्न तकनीकी प्रक्रियाओं की ली जानकारी

रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह आज मिलूपारा स्थित हिंडालको फोर बाई फाइव अंडर ग्राउंड कोयला खदान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने करीब 200 मीटर अंदर पहुंचकर खदान की स्थिति प्रोडक्शन, सेफ्टी सहित तकनीकी चीजों की जानकारी ली।


कलेक्टर सिंह ने सबसे पहले पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अंडरग्राउंड खदान में सेफ्टी और खदान परियोजना की जानकारी ली। इसके बाद हिंडालको के अधिकारी विवेक मिश्रा ने ट्रेनिंग गैलरी में ले जाकर मशीनी उपकरण, उत्पादन और सेफ्टी, खान सुरक्षा आदि की जानकारी चलित मशीनों के माध्यम से दी। खदान सेफ्टी बेल्ट, लाइट, हेलमेट व जैकेट लगाकर खुद कलेक्टर सिंह ने अंडर ग्राउंड कोयला खदान का निरीक्षण किया। सबसे पहले इंक्लाइन नंबर तीन गेट से करीब 50 मीटर पैदल चलकर खदान के अंदर पहुंचे।

इसके बाद मेन राइडिंग चेयर लिफ्ट सिस्टम से 58 एल ई-4 डीई कम्पार्टमेन्ट करीब डेढ़ सौ मीटर अंदर खदान पहुंचे, जहां पर खदान डेवलपमेंट, डीप लार्टिंग प्रोसेस, आइसोलेशन स्टापिंग की जानकारी ली। हिंडालको के अधिकारियों ने कलेक्टर सिंह को बताया कि वर्तमान में अंडर ग्राउंड खदान को कोल इंडिया को हैंड ओवर करने का प्रोसेस चल रहा है। इसलिए खदान से वर्तमान में किसी भी तरह का प्रोडक्शन नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि हिंडालको की फोर बाई फोर ओपन माइंस से ही कोयला उत्पादन का काम चल रहा है, जो आने वाले कुछ सालों में समाप्त हो जाएगा।

खदान के अंदर पहुंचकर कलेक्टर सिंह ने खदान उत्पादन, प्रबंधन, मशीनीकरण, सेफ्टी, सीलिंग और फिल करने की प्रक्रिया संबंधित पूर्ण जानकारी ली। इसके बाद हिंडालको के अधिकारियों ने खदान के अंदर से निकलने वाले पानी को पाइप के माध्यम से ट्रीटमेंट प्लांट में लाने और उसे आरओ ट्रीट कर गांव वालों को सप्लाई करने संबंधित प्लांट को दिखाया।


कलेक्टर सिंह ने हिंडाल्को के फोर बाई फोर ओपन खदान का भी जायजा लिया, यहां भी प्रोडक्शन होने और बैक फील की जानकारी ली। हिंडालको के अधिकारियों ने बताया कि यहां से मिट्टी निकलने के बाद खुदाई होने पर मिट्टी व सेल निकलते हैं। उसे डम करके बैक फीलिंग किया जाता है। जैसे-जैसे खदान आगे बढ़ते जाता है उस मिट्टी और सेल को वैसे-वैसे आगे की ओर बैक फिलिंग करते हुए आगे बढ़ा जाता है।

एनजीटी के दौरान माइंस से निकलने वाले पानी को पास के गांव के खेतों में छोडऩे की बात सामने आई थी, जिसकी जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश कलेक्टर सिह ने पर्यावरण संरक्षण अधिकारी वर्मा को दिए। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, एसडीएम अशोक मार्बल, नायब तहसीलदार सुश्री अनुराधा पटेल, खनिज डीटीओ डी.के.चंद्राकर, सहायक खनिज अधिकारी ए.बारिक, सुपरवाइजर सुनील दत्त शर्मा सहित पर्यावरण संरक्षण के अधिकारी आदि उपस्थित थे।


जेपीएल एशडैम का किया निरीक्षण
दौरा से वापस लौटते हुए कलेक्टर सिंह ने तमनार स्थित जेपीएल के एश डेम का भी निरीक्षण किया। यहां एनजीटी के दौरे के दौरान टीम ने डेम से लीकेज होने और राखड़ उडऩे की बातें सामने आई थी। इस पर अधिकारियों को बुलवाकर कलेक्टर सिंह ने वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। जेपीएल के अधिकारियों ने बताया कि जो लीकेज थे उसकी फिलिंग कर दी गयी है। इसी तरह सूखे हुए एश पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। डैम में मिट्टी फिलिंग का काम भी जारी है। इस दौरान कलेक्टर सिंह ने एनजीटी के निर्देशों का पालन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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