जिला कलेक्टरों को जारी किए जाएं निर्देश
मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में की प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा
अंतर्राज्यीय सीमाओं विशेष कर महाराष्ट्र बार्डर पर टेस्टिंग की व्यवस्था की जाए
लोगों को गाइड लाइन के पालन के लिए जागरूक किया जाए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के सभी सतर्कतामूलक उपायों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। बघेल ने आज यहां विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव की गाइड लाइन का कड़ाई से पालन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली, मुम्बई सहित महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, इसलिए सभी जिलों के कलेक्टरों को सतर्क किया जाए। एयरपोर्ट और राज्य की अंतर्राज्यीय सीमाओं पर विशेष रूप से महाराष्ट्र से लगी राज्य की सीमा पर टेस्टिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमण टेस्टिंग की सुचारू व्यवस्थाएं की जाए। साथ ही जो लोग मास्क नहीं लगाते हैं उनसे जुर्माने की राशि की वसूली कड़ाई से की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चौक-चौराहों में एनाउंसमेंट करा कर लोगों को मास्क पहनने, फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने और समय-समय पर हाथों को धोने के लिए जागरूक किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर टेम्प्रेचर जांच की व्यवस्था भी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन उपायों के पालन से हम अब तक कोरोना को रोकने में काफी हद तक सफल हुए हैं और आगे भी इन उपायों का पालन कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम करने में सफल होंगे।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुब्रत साहू, स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, संचालक स्वास्थ्य नीरज बंसोड और मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव सुश्री सौम्या चौरसिया भी उपस्थित थीं। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने बताया कि एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि दुर्ग, राजनांदगांव और रायपुर में कोरोना संक्रमण के ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।