महाराष्ट्र: मंत्री के स्वागत में जुटी भीड़ को लेकर 10 हजार लोगों पर केस, मंत्री का नाम नहीं होने पर उठे सवाल
मुंबई: पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में लगतार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लोगों को सावधानी बरतने की हिदासत दे रहे हैं. उन्होंने तो कहा कि अगर लोगों ने नियमों का पालन नहीं किया तो फिर से लॉकडाउन लग सकता है. कोरोना को लेकर उद्धव ठाकरे सख्ती की बात कर रहे हैं और उन्हीं के मंत्री शक्ति प्रदर्शन के नाम पर ठेंगा दिखा रहे हैं.
पुणे की टिकटॉक गर्ल की आत्महत्या केस में घिरे मंत्री संजय राठौड़ करीब पंद्रह दिन बाद वाशिम जिले की पोहरादेवी मंदिर पहुंचे तो हजारों की संख्या में समर्थक जुट गए. संजय राठोड़ के स्वागत में भीड़ जुटने पर 10 हजार लोगों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है, हालांकि इसमें मंत्री का नाम नहीं होने को लेकर उद्धव सरकार पर सवाल उठ रहे हैं.
वैसे उद्धव सरकार पर संजय राठौड़ को लेकर बीजेपी भी आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में सवाल उठा रही है. उधर सूत्रों के मुताबिक संजय राठौड़ पर लगे आरोपों से नाराज पवार ने इसे सरकार और उद्धव की छवि के लिए नुकसानदेह बताया है, जो उद्धव के लिए चिंता का सबब है. वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वाशिम जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट तलब की है. बयान के अनुसार, ठाकरे ने इस बात पर जोर दिया कि कोविड-19 महामारी से जुड़े नियम सभी के लिए समान हैं. उन्होंने वाशिम के कलेक्टर और पुलिस प्रमुख से मंदिर के पास जमा भीड़ के संबंध में रिपोर्ट मांगी है.
23 साल की युवती की मौत का राठौड़ से संबंध का आरोप
आठ फरवरी को पुणे के हडपसर में एक इमारत से गिरकर 23 साल की युवती की मौत हो गई थी. सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में और विपक्षी दल बीजेपी ने आरोप लगाया था कि पुणे में हुई 23 साल की युवती की मौत का राठौड़ से कुछ संबंध है.
मंगलवार को राठौड़ यवतमाल स्थित अपने आवास से सड़क मार्ग से पड़ोसी जिले वाशिम स्थित पोहरादेवी मंदिर गए और वहीं पूजा-अर्चना की. मंदिर में बड़ी संख्या में मंत्री के समर्थक उपस्थित थे. शिवसेना नेता राठौड़ अपने गृह जिले यवतमाल के प्रभारी मंत्री भी हैं. राठौड़ ने कहा, ‘हमारे समुदाय की पूजा चव्हाण की पुणे में मौत दुर्भाग्यपूर्ण है. पूरा समुदाय उसकी मौत से दुखी है. मैं और हमारा पूरा समुदाय दुख की इस घड़ी में चव्हाण परिवार के साथ है. घटना के बाद जैसी राजनीति की जा रही है वह गलत और आधारहीन है. मैं आपको बता सकता हूं कि मीडिया या सोशल मीडिया पर जो कहा जा रहा है उसमें कोई तथ्य नहीं है.’