दो लोगों की जान लेने वाला भालू वन अमला के पकड़ में …

दो लोगों की जान लेने वाला भालू विभाग के पकड़ में …

बेहोश कर पिंजरा में डाला गया, भेजा गया बिलासपुर कानन पेंडारी

खरसिया वन परिक्षेत्र के अंर्तगत देवगांव क्षेत्र में एक भालू ने दो लोगों की जान ले ली थी। इसके बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल निर्मित था, लेकिन वन अमला भी पूरी तरह सर्तकता बरतते हुए भालू पर नजर रख रहे थे कि कोई अन्य जनहानि फिर से न हो सके। वन मंडलाधिकारी रायगढ़ के द्वारा विभाग के उच्चाधिकारियों से इस गंभीर मामले को लेकर चर्चा की गई। जहां उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद रायपुर से एक्सपर्ट डॉक्टरों को भी बुलाया गया था और आज ट्रांगुलाईस कर भालू को पिंजरा में डाला गया। इसके बाद उसे बिलासपुर ले जाया जा रहा है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक कल सुबह खरसिया वन परिक्षेत्र के देवगांव जंगल के चारढोडिय़ा के पास एक भालू ने एक घंटे के भीतर दो लोगो की जान ले ली थी। इसमें एक मृतक फागुन सिंह सिदार को जब भालू ने मारा, तो मामले की जानकारी लगने के बाद विभागीय अमला सर्तक हो गया और मौके पर पहुंच कर उस पर निगरानी करने लगा, पर एकाएक अन्य दूसरे ग्रामीण गेंदा सिदार पर भी भालू ने हमला कर उसे भी मार दिया।


इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीओ एचसी बंजारे ने तत्काल मामले की सूचना वन मंडलाधिकारी एआर बंजारे को दी।

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जहां डीएफओ एआर बंजारे ने रायपुर पीसीसीएफ वन्यप्राणी अतुल शुक्ला, रात्रे मुख्य वन सरंक्षक रायपुर, मुख्य वन सरंक्षक वन्यप्राणी बिलासपुर केशर, मुख्य वन सरंक्षक अनिल सोनी को मामले की जानकारी देते हुए भालू को पकडऩे संबंधी बात को लेकर चर्चा किया गया। उच्चाधिकारियों ने एक के बाद एक भालू के द्वारा लोगों को मार देने के मामले में जरा भी कोताही नहीं बरती और तत्काल रायपुर से एक्सपर्ट डॉक्टर को खरसिया भेज कर भालू को बेहोश कर उसे पकडऩे की बात कही। इसके बाद डॉ वर्मा सहित उनकी टीम रायपुर से खरसिया पहुंची और मौके पर भालू को पकडऩे के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। रात में एक्सर्पट डॉक्टर, डीएफओ एआर बंजारे, एसडीओ एचसी पहारे,छोटे लाल डनसेना प्रभारी रेंजर खरसिया सहित खरसिया, रायगढ़ के विभागीय कर्मचारियों की संयुक्त टीम मौके पर थे और चारो ओर से उसे घेरा गया। ताकि मौका मिलने पर भालू को सुरक्षित रूप से बेहोश किया जा सके। इसके बाद सुबह करीब सात बजे जब भालू को देखा गया, तो उसे एक्सपर्ट डॉक्टर ने ट्रांगुलाईस किया गया। जब भालू बेहोश हो गया, तो उसे पिंजरा में डाल कर बिलासपुर ले जाया गया। जहां बताया जा रहा है कि कुछ दिनों तक उसे अलग रख कर उसकी हरकत को देखा जाएगा। इसके बाद उसे अन्य भालूओं के साथ छोड़ा जाएगा।
वन अमला रात भर कर रहे थे निगरानी
भालू काफी हिंसक हो चुका था और उसके करीब से गुजरने वाले हर किसी पर हमला कर उसे मार डाल रहा था।
ऐसे में डीएफओ एआर बंजारे के कुशल मार्गदर्शन व एसडीओ एचसी पहारे के नेतृत्व में पूरी तरह सर्तकता बरतते हुए रात भर उस पर निगरानी रखी गई। ताकि रात के अंधेरे में वह भाग न जाए या फिर किसी अन्य घटना को अंजाम न दे सके। रेस्क्यू टीम पूरी तरह सर्तक थी और सुबह भालू को देखने के बाद ट्रांगुलाईस कर से पकड़ा गया।




