‘किसानों के नजरिए से बात होगी तो ही निकलेगा हल’, 29 दिसंबर को होने वाली बैठक पर बोले केंद्रीय मंत्री
नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार के बीच चले आ रहे गतिरोध का अंत कब होगा ये कह पाना अभी मुश्किल है, लेकिन केंद्र सरकार और उसके मंत्रियों को उम्मीद है कि 29 दिसंबर को होने वाली बातचीत में शायद कोई समाधान निकल आए. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का कहना है कि अगली बैठक में इस मुद्दे का हल तभी निकल सकता है, जब बातचीत विपक्षी नेताओं के नहीं बल्कि किसानों के नजरिए से हो.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कैलाश चौधरी ने कहा कि समस्याओं को केवल बात करके हल किया जा सकता है. उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि 29 दिसंबर को होने वाली बातचीत से मुद्दों का तभी समाधान होगा अगर वो किसानों के नजरिए से होती है, अगर राजनेताओं के नजरिए से बात होगी, तो इसका कोई हल नहीं निकलेगा, क्योंकि वे इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं.”
चौधरी ने कहा कि राजनीतिक लोग किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर निशाना साधना चाहते हैं. कांग्रेस और वामपंथी लोग किसानों की समस्या का हल नहीं निकलने देना चाहते. उन्होंने आगे कहा, “अन्नदाता तो निश्चित रूप से बढ़ता चला जाएगा, लेकिन राहुल गांधी की नजरों से आगे नहीं बढ़ेगा, क्योंकि राहुल गांधी, तो आग में घी डालने और भड़काने का काम कर रहे हैं. देश की जनता ने उनको नकार दिया है.”