केंद्र को किसानों की चेतावनी, ‘मांगें पूरी नहीं हुईं तो राजपथ का नाम बदलकर कृषि पथ कर देंगे’

केंद्र को किसानों की चेतावनी, ‘मांगें पूरी नहीं हुईं तो राजपथ का नाम बदलकर कृषि पथ कर देंगे’
कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक किसानों की घर वापसी भी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि बिल में संशोधन चाहती है, लेकिन किसानों की मांग बिल वापसी की है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं हुई तो 26 जनवरी को राजपथ का नाम बदलकर कृषि पथ कर देंगे।
किसान बिल के समर्थन में करीब 20 हजार किसान गाजियाबाद बॉर्डर पर कल प्रदर्शन करेंगे
किसान बिल के समर्थन में करीब 20 हज़ार किसान गाजियाबाद बॉर्डर पर कल प्रदर्शन करेंगे। परतापुर बाइपास, मेरठ से कल सुबह निकलेंगे हज़ारों किसान।
दिल्ली और नोएडा के बीच चिल्ला बॉर्डर एकल मार्ग के यातायात के लिए खुला है
दिल्ली और नोएडा के बीच चिल्ला बॉर्डर एकल मार्ग के यातायात के लिए खुला है। यातायात पुलिस के अनुसार नोएडा से दिल्ली का मार्ग बंद है। यातायात पुलिस ने कहा, “सिंघू, औचंदी, पियाउ मनियारी, सभोली और मंगेश बॉर्डर बंद है।
भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली
भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली। कृषि बिल को लेकर याचिका डाली है। नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति बैठा है।
चिल्ला बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में तेलंगाना की अभिनेत्री के लक्ष्मी पार्वती पहुंचीं
चिल्ला बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में तेलंगाना की अभिनेत्री के लक्ष्मी पार्वती पहुंची हैं। वह यहां कुछ देर तर रहीं। इसके बाद निकल गईं।
हरियाणा के फतेहाबाद में बीजेपी के उपवास कार्यक्रम में घुसे किसान, फाड़े पोस्टर
यूपी के फतेहाबाद में बीजेपी के नेताओं ने उपवास रखा। इस दौरान हरियाणा के फतेहाबाद में किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स उखाड़ दिए और नारेबाजी करते हुए बीजेपी के उपवास स्थल पर पहुंच गए। किसानों ने बीजेपी के उपवास टेंट में घुसकर बीजेपी के पोस्टर फाड़ दिए। पुलिस भी किसानों को रोकने में नाकाम रही। किसानों ने उपवास कार्यक्रम में घुसकर नारेबाजी की।
किसानों ने जाम किया दिल्ली-सहारनपुर हाईवे
नए कृषि कानून के विरोध में आज यूपी के बागपत जिले के बड़ौत में खाप चौधरियों द्वारा तीसरा मोर्चा खोला गया है। बड़ौत में किसानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। खबरों के मुताबिक, इस बीच किसानों दिल्ली-सहारनपुर हाईवे जाम कर दिया है। शामली की गठवाला खाप के अलावा असारा कि मुस्लिम खाप पंचायत ने भी किसानों को समर्थन दिया है।
आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दी गई श्रद्धांजलि
पीएम मोदी के संसदी क्षेत्र वाराणसी के नागेपुर में किसानों और लोक समिति कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। गांव के लोक समिति आश्रम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम में लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर और शहीद हुए किसानों की याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
किसान आंदोलन के बीच दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की एडवाइजरी
किसान आंदोलन के बीच दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर की तरफ जाने वाले सड़क को बंद हैं। इसके अलावा औचंडी, पिआऊ मनियारी, मंगेश बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, अगर आपको इस तरफ किसी जरूरी काम से जाना है तो आप लामपुर, साफियाबाद सबोली और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर की तरफ से गुजर सकते हैं।
फूड सप्लाई चेन को किसानों ने बंद नहीं किया है और न हमारी बंद करने की योजना है: राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, “सरकार को बात करनी चाहिए, हम सरकार से बात करने के लिए कहां मना कर रहे हैं। फूड सप्लाई चेन को किसानों ने बंद नहीं किया है और न हमारी बंद करने की योजना है।”
सरकार को बात करनी चाहिए, हम सरकार से बात करने के लिए कहां मना कर रहे हैं। फूड सप्लाई चेन को किसानों ने बंद नहीं किया है और न हमारी बंद करने की योजना है: राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता #FarmersProtests pic.twitter.com/eKQtcFMOS1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2020
खाप पंचायतों का ऐलान, आज दिल्ली-सहारनपुर हाईवे को करेंगे जाम
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के बीच खाप पंचायतों ने किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। खाप पंचायतों ने ऐलान किया है कि वह आज दिल्ली-सहारनपुर हाईवे को जाम करेंगे।
कृषि कानूनों को लेकर BSP प्रमुख मायावती का मोदी सरकार पर निशाना
केन्द्र की सरकार को, हाल ही में देश में लागू तीन नए कृषि कानूनों को लेकर आन्दोलित किसानों के साथ हठधर्मी वाला नहीं बल्कि उनके साथ सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाकर उनकी माँगों को स्वीकार करके, उक्त तीनों कानूनों को तत्काल वापस ले लेना चाहिए, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) December 19, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे प्रदर्शनकारी सोलर पैनल से फोन और ट्रैक्टर की बैटरी चार्ज कर रहे हैं। अमृत सिंह ने बताया, “सोलर प्लेट लेकर आए हैं कि अगर फोन की बैटरी डाउन हो जाएगी तो घर पर बात नहीं हो पाएगी, सरकार क्या सुविधा देगी वह हमारी मांग तो मान नहीं रही।”
किसान नेता राकेश टिकैत की केंद्र सरकार को चेतावनी
किसान आंदोलन के बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी है कि तीन नए कृषि बिलों पर जारी आंदोलन को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार कोई समाधान नहीं निकालेगी तो किसान इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अपना रास्ता खुद बनाने के लिए मजबूर होंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ 6 दौर की वार्ताओं से कोई समाधान नहीं निकला। अब या तो सरकार इस समस्या का कोई हल खोजे या फिर हमें ‘हल क्रांति’ करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
किसानों के आंदोलन का 24वां दिन, हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 24वां दिन है। हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में भी किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। सिंघु बॉर्डर पर एक 80 साल के किसान रूमी राम ने कहा कि बहुत मुश्किल हो रही है, लेकिन सरकार किसानों के बारे में नहीं सोच रही है।




