
खरसिया। आज के व्यस्त जीवन में जहां लोग अपने निजी कार्यों में इतने लिप्त हैं कि प्रकृति और उसके प्राणियों के लिए समय निकालना कठिन हो गया है, वहीं अखिल भारतीय अघरिया समाज ईकाई खरसिया के सचिव सह मीडिया प्रभारी नरेंद्र पटेल ने एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया है।
हर दिन की तरह आज भी वे अपने घर से दोपहर का भोजन लेकर कर्म-क्षेत्र के निकले, लेकिन खुद के लिए नहीं — बल्कि उन बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए, जो अक्सर भूख और प्यास से परेशान रहते हैं। कर्म क्षेत्र के बदरो क्षेत्र में वे प्रेमपूर्वक अपने हाथों से भोजन खिलाते हुए नजर आए।
नरेंद्र पटेल ने बताया कि यह कार्य उनके लिए कोई दिखावा नहीं, बल्कि मानवता और संवेदना का एक छोटा सा प्रयास है। उनका कहना है कि “अगर हम सब अपने आस-पास के इन बेजुबानों के लिए थोड़ा सा भी प्रेम और सहयोग दिखाएं, तो इनके जीवन के कई कष्ट दूर हो सकते हैं।”
स्थानीय लोगों ने भी उनके इस प्रयास की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्य समाज में करुणा और संवेदनशीलता के भाव को मजबूत करते हैं।
नरेंद्र पटेल का यह छोटा-सा कदम समाज के लिए बड़ा संदेश है — कि मानवता केवल मनुष्यों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि हर जीव के प्रति समान दया और प्रेम रखना ही सच्ची इंसानियत है।
🌿 यदि प्रत्येक व्यक्ति दिन में एक बार किसी बेजुबान को भोजन या पानी दे, तो यह धरती और भी सुंदर और करुणामयी बन जाएगी।



