रोजाना हो रही 415 लोगों की मौत, देश में 22 लाख स्किल ड्राइवरों की कमी- सड़क हादसों पर नितिन गडकरी ने कहा

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि भारत में सड़क दुर्घटना में 415 लोग रोज मर रहे हैं. अगर हम 2030 तक राह देखते रहेंगे तो 6-7 लाख लोग इसमें मर जाएंगे. साथ ही कहा कि 2025 तक हम आपके सहयोग से सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतें और दुर्घटनाएं 50 फीसदी से नीचे कर पाएंगे.
उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी के लिए थोड़ा संवेदनशील होने की जरूरत है. नितिन गडकरी ने कहा कि आज से अगले एक महीने तक सड़क सुरक्षा माह मनाया जाएगा और इसमें लोगों को जागरूक किया जाएगा. सड़क पर होने वाली मौत को कम करना इसका मुख्य लक्ष्य है.
भारत में सड़क दुर्घटना में 415 लोग रोज़ मर रहे हैं। अगर हम 2030 तक राह देखते रहेंगे तो 6-7 लाख लोग इसमें मर जाएंगे। 2025 तक हम आपके सहयोग से सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतें और दुर्घटनाएं 50% से नीचे कर पाएंगे: राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के उद्घाटन कार्यक्रम में नितिन गडकरी pic.twitter.com/pJtWO1WmbD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 18, 2021
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हर जिले में वहां के मौजूदा सांसद की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का फैसला लिया है, जो ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करेंगे. साथ ही कहा कि देश में तेजी से ब्लैक स्पॉट कम करने का काम कर रहे हैं. पुलिस सर्विस और मिलेट्री सर्विसेज के रिटायर अधिकारियों की फोर्स बनाकर सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाने पर की दिशा में काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देश में 22 लाख स्किल ड्राइवरों की कमी है और इसलिए ऐसे लोगों को रोजगार देने के लिए ड्राइविंग स्कूल खोलने जा रहे हैं. साथ ही कहा कि हम मार्च के अंत तक 40 किलोमीटर प्रतिदिन सड़क बनाने का संकल्प पूरा कर लेगें. नितिन गडकरी ने कहा कि तमिलनाडु ने सड़क सुरक्षा को लेकर बेहतर काम किया है.
हमारी इच्छा पिछड़े क्षेत्रों में ड्राइविंग स्कूल खोलने की है। इससे 22 लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा। ठीक से प्रशिक्षित करेंगे तो लोगों की जान बचेगी। पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों में कौशल विकास मंत्रालय और हमारा मंत्रालय मिलकर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल का काम कर रहे हैं: नितिन गडकरी https://t.co/2w5jiYmQxj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 18, 2021
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा का लक्ष्य मानवों की सुरक्षा करना ही नहीं बल्कि वो हाइवे के किनारे बसे जंगलों में रहने वाले जानवरों के लिए भी काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो सभी मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों, मंत्रियों से निवेदन करेंगे कि वो अपने ड्राइवर की आंखों की जांच प्राइवेट डॉक्टर से कराएं ताकि गाड़ी चलाते वक्त उसे सही से दिख सके. उन्होंने कहा कि जब मेरा एक्सिडेंट हुआ था, तो मैंने अपने ड्राइवर की आंखों की जांच कराई और जांच में निकला कि उसे कम दिखता था.



