
सड़कें मौत बन जाएं और रफ्तार जिम्मेदारी भूल जाए,तो हर घर में मातम का खतरा मंडराने लगता है…
चपले।छत्तीसगढ़ के खरसिया क्षेत्र अंतर्गत चपले गांव में उस वक्त मातम पसर गया जब एक मासूम भाई की जिंदगी, एक लापरवाह ट्रेलर चालक की रफ्तार की भेंट चढ़ गई।गितेश कुमार बैरागी,जो खुद एक छात्र है, उसका छोटा भाई उदय बैरागी अब सिर्फ यादों में रह गया।
मीडिया को मिली जानकारी अनुसार घटना 8 जून रविवार को करीबन 11:30 बजे की है, जब उदय बैरागी,कुछ जरूरी काम से विजय पटेल के मुर्गा फार्म के पास गया था। वापसी के दौरान उसने महेश पटेल से पल्सर मोटरसाइकिल (क्रमांक CG 13 AZ 4832) मांगी और उसे लेकर घर लौट रहा था। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।

घर के पास,नंदेली रोड पर बायंग चौक के पास,तेज रफ्तार ट्रेलर (क्रमांक CG 13 AR 5571) के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए उदय को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि उदय के सिर में गंभीर चोट आई और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
यह हृदयविदारक दृश्य को की लोगों ने अपनी आंखों से देखा। गितेश ने रोते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई और अपनी आंखों के सामने उजड़ा अपना संसार बयान किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी ट्रेलर चालक के खिलाफ अपराध क्रमांक 0314/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 112-MOT, 183(1)-MOT, और 106(1)-BNS के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
एक उजला भविष्य,एक हंसता खेलता बच्चा और एक सपनों से भरा परिवार… सब कुछ एक झटके में खत्म हो गया।
गांव में शोक की लहर है। हर कोई उदय के जाने का ग़म मना रहा है। लोगों की आंखें नम हैं और हर दिल दुआ कर रहा है – ईश्वर उदय की आत्मा को शांति दे और उसके परिवार को इस गहन पीड़ा को सहने की शक्ति।
संदेश साफ है — जीवन की कीमत पर शौक न पालें…
कम उम्र के बच्चों को बाइक चलाने से रोकें, ताकि उनका और दूसरों का जीवन सुरक्षित रहे।