खरसिया।आज खरसिया तहसील कार्यालय प्रांगण के सामने में ब्लॉक कांग्रेस अगवानी, विधायक उमेश पटेल के नेतृत्व में
आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन ने सत्य और अनुशासन का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया।
स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से तहसील कार्यालय के मुख्य द्वार को चार स्तरीय घेराबंदी से सुरक्षित किया था।
लेकिन जैसे-जैसे सभा में विधायक उमेश पटेल का जोशीला और प्रेरणादायक सम्बोधन आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे घेराबंदी में लगे चार स्तरीय घेरा हटा दिया गया।
सभा में उमेश पटेल ने स्पष्ट संदेश दिया कि संघर्ष केवल अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि जिम्मेदारी के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उनके शब्दों में न केवल जोश था, बल्कि समाज और प्रशासन को विश्वास में लेने की कला भी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान, तहसील कार्यालय का मुख्य द्वार खुला रहा, लेकिन किसी ने उसे लांघने का प्रयास नहीं किया। उपस्थित जनसमूह ने विधायक उमेश पटेल के नेतृत्व का आदर करते हुए अपने अनुशासन और संयम का परिचय दिया। लोगों ने इस अद्भुत घटना को देखकर कहा, “विश्वास का दूसरा नाम उमेश पटेल है।”
इस घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया कि सच्चे नेतृत्व की पहचान केवल संघर्ष में नहीं, बल्कि अनुशासन और जिम्मेदारी के साथ लक्ष्यों को साधने में है। विधायक उमेश पटेल के इस कदम ने न केवल लोगों का दिल जीता, बल्कि समाज के सामने एक नई मिसाल भी पेश की।