खरसियाछत्तीसगढ़रायगढ़

सड़क हादसों का कारण बन रहे कोल लदे ओवरलोड वाहन…

सड़कों पर बेलगाम दौड़ते कोल वाहन बन रहे परेशानी का कारण,एनजीटी के नियमों का नहीं हो रहा पालन

खरसिया।खरसिया क्षेत्र की सड़कों पर कोयला लदे वाहनों की रफ्तार पर कोई नियंत्रण नहीं है। ओवरलोड कोयला लेकर दौड़ते वाहनों की तेज रफ्तार आए दिन हादसे का कारण बन रहे है। वहीं शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि ओवरलोड वाहनों का संचालन न हो और ओवरलोडिंग करने वाले वाहनों पर कठोर कार्यवाही की जाए। लेकिन नियम निर्देशों को धत्ता बताकर खरसिया क्षेत्र में दौड़ रहे कोयला व राखड़ से लदे वाहन बेखौफ होकर ओवरलोड संचालित हो रहे हैं। इस मामले में उच्चाधिकारियों को भी लोगों ने कई बार जानकारी दी परंतु कार्यवाही न होने से ओवरलोड वाहन चालकों के हौसले बुलंद हैं। 

लोगों का कहना है कि एनजीटी के नियम निर्देशों के तहत कोल आदि ले जाने वाले वाहन तिरपाल आदि को ढककर संचालित किए जायें, लेकिन यहां निर्देशों का खुला आम उल्लंघन किया जा रहा है जहां वाहन ओपन में राखड़ आदि परिवहन करते नजर आ रहे है। वहीं एनएच49,स्टेट हाइवे 200 मुख्य मार्ग पर तेज रफ्तार भागते वाहनों को देखा जा सकता है जिसमें से कोयला आदि वाहनों से गिरकर सड़कों पर फैल जाता है, जिसकी धूल से पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो रहा है। वहीं सड़कों पर फैली कोल से घटनाओ के बढते की संभावना है जिससे वाहनों के टकराने और फिसलने का भय बना हुआ है।

ज़िले में आये दिन होते रहते है हादसे

लोगों का कहना है कि आए दिन हो रहे सड़क हादसे के बाद आला अधिकारी सचेते नहीं हैं और न ही प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही की जा रही है। किलर रोड के नाम से विख्यात हो चुकी क्षेत्र की सड़को पर जगह-जगह कोल का परिवहन करने वाले अनेक ट्रेलर, हाइवा पार्क किए जा रहे हैं। यहां सिंगल लेन होने के कारण हादसों में दिनोदिन इजाफा होते जा रहा है। और ऐसे हालात में सड़को पर खड़े इन वाहनों से सड़क पर दौड़ते वाहन अनियंत्रित होकर टकरा रहे हैं, फलस्वरूप लोगों की जानें जा रही है। आए दिन हो रहे हादसों के बाद भी खड़े वाहनों पर कोई कार्यवाही न होना चर्चा का विषय बना हुआ है। ज्ञातव्य हो कि गत दिनों सड़क हादसे में मोटर साइकिल सवार युवक की मौत/घायल हो गई।

सूखे मौसम में धुंध से नजर नहीं आती सड़कें

लोगों ने बताया कि सूखे की स्थिति पूरे क्षेत्र के लिए भयावह होती है जहां कोयले की धुल सड़कों पर फैलाव के कारण यहां 24 घंटे धुंध का वातावरण बना रहता है। कई बार हालात ऐसे भी नजर आते हैं कि तेज धूप के बावजूद भी आगे की सड़क नहीं दिखती जिसके कारण सड़कों पर चल रहे दोपहिया वाहन चालक हादसों का शिकार हो जाते हैं। वैसे भी किलर रोड के नाम से विख्यात थाना क्षेत्र की सड़को की वर्तमान में बतर हो चुकी स्थितियों के कारण रो रहा है। यहां लोगों ने प्रशासन से अपेक्षा की है कि ओवरलोड परिवहन हो रहे भारी वाहनों पर कड़ी कार्यवाही की जाए। जिससे हो रही परेशानियों से लोगों व यात्रियों को निजात मिल सके।

सड़क पर फैली कोल डस्ट से हो रहे हादसे

लोगों ने बताया कि क्षेत्र सड़कों पर चलना दुश्वार हो रहा है। जिसकी वजह यहां कोल और राखड़ लेकर चलने वाले भारी वाहनों को जाती है। सड़कों पर पड़ी राखड़ तेज गति से गुजरते भारी वाहनों के कारण दिन में ऐसा धूल का गुबार बनाती है कि साइकिल और दो पहिया वाहनों पर चलने वालों को आगे की सड़क नजर नहीं आती। वहीं शाम को स्थिति काफी भयावह हो जाती है फलस्वरूप यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। लोगों का कहना है कि इस मामले में संबंधित आला अधिकारियोंरियों को कई बार चेताया गया और कई बार आंदोलन भी किए गए। यहां आंदोलन किए जाने के बाद कुछ दिनों तक तो सड़क की सफाई और पानी का छिडकाव सड़कों पर कराया जाता है लेकिन उसके बाद हालात फिर जस के तस हो जाते हैं। 

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Gopal Krishna Naik

Editor in Chief Naik News Agency Group

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